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Sunday, 19 May, 2024
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‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी- अगस्त में मेरा कार्यालय तिरंगामय हो गया

यह इस रेडियो कार्यक्रम का 92वां एपिसोड था जिसमें पीएम मोदी ने तिरंगे से लेकर दूरदर्शन के स्वराज कार्यक्रम पर बात की.

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नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. यह इस रेडियो कार्यक्रम का 92वां एपिसोड था जिसमें पीएम मोदी ने तिरंगे से लेकर दूरदर्शन के स्वराज कार्यक्रम पर बात की. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 1 से 30 सितंबर तक मनाए जाने पोषण माह का जिक्र भी किया.

देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘आजादी का अमृत महोत्सव अगले साल यानी अगस्त 2023 तक चलेगा. देश के लिए, स्वतंत्रता सेनानियों के लिए, जो लेखन-आयोजन आदि हम कर रहे थे, हमें उन्हें और आगे बढ़ाना है.’

पीएम मोदी ने कहा, ‘अगस्त के महीने में आप सभी के पत्रों और संदेशों ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया. आज़ादी के इस महीने में हमारे पूरे देश में अमृत महोसत्व की अमृतधारा बह रही है. अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं.’

पीएमोदी ने देशवासियों के संकल्प और सामर्थ्य पर बात करते हुए कहा, ‘मन की बात’ में ही चार महीने पहले मैंने अमृत महोत्सव की बात की थी. उसके बाद अलग-अलग जिलों में स्थानीय प्रशासन जुटा, ‘स्वयं सेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग जुटे, देखते ही देखते अमृत सरोवर का निर्माण एक जन आंदोलन बन गया है. जब देश के लिए कुछ करने की भावना हो, अपने कर्तव्यो का एहसास हो, आने वाली पीढ़ियों की चिंता हो तो सामर्थ्य भी जुड़ता है, और संकल्प नेक बन जाता है.’

https://twitter.com/BJP4India/status/1563766003086942208?s=20&t=ZBWcPOESm-iUkpc_kxmRCA

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‘अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं, एक चेतना की अनुभूति हुई है. इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया.’

दूरदर्शन पर आने वाले कार्यक्रम स्वराज पर बात करते हुए पीएम ने कहा, आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले अनसुने नायक-नायिकाओं की कहानी है ‘स्वराज’. दूरदर्शन पर हर रविवार ‘स्वराज’ का रात 9 बजे प्रसारण होगा जो 75 सप्ताह तक चलने वाला है. मेरा आग्रह है कि आप इसे खुद भी देखें और अपने बच्चों को भी जरूर दिखाएं.’

प्रधानमंत्री ने जल को मानवता का ‘परम मित्र’ और जीवनदायिनी बताया. उन्होंने कहा कि जल से ही अन्न उत्पन्न होता है और फिर उस से ही सभी का हित होता है.

अमृत सरोवर सहित जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘आज अमृत सरोवर का निर्माण एक जन-आंदोलन बन गया है. मेरा आप सभी से और खासकर युवा साथियों से आग्रह है कि आप अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और जल संचय व संरक्षण के इन प्रयासों को पूरी की पूरी ताकत दें. उन्हें आगे बढ़ाएं.’

मोदी ने कहा कि अमृत सरोवर अभियान आज की अनेक समस्याओं का समाधान तो करता ही है, साथ ही यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उतना ही आवश्यक है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत कई जगहों पर पुराने जलाशयों का कायाकल्प भी किया जा रहा है.

कुपोषण के खिलाफ देश में चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप आने वाले पोषण माह में कुपोषण को दूर करने के प्रयासों में जरूर हिस्सा लें.’

तिरंगा अभियान के तहत देशभर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का विस्तार से वर्णन करते हुए मोदी ने कहा, ‘हमने स्वच्छता अभियान और टीकाकरण अभियान में भी देश की भावना को देखा था. अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का वैसा ही जज्बा देखने को मिल रहा है.’

उन्होंने कहा कि इस दौरान सैनिकों ने जहां पहाड़ की ऊंची-ऊंची चोटियों पर, देश की सीमाओं पर और बीच समंदर में तिरंगा फहराया, वहीं लोगों ने तिरंगा अभियान के लिए अलग-अलग नवाचार वाले विचार प्रस्तुत किए.

मोदी ने कहा, ‘इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन बात जब तिरंगा फहराने की आई तो हर कोई एक ही भावना में बहता दिखाई दिया. तिरंगे के गौरव के प्रथम प्रहरी बनकर लोग खुद आगे आए.’


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