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Sunday, 22 December, 2024
होमदेशउज्जैन में वैदिक घड़ी के उद्घाटन में बोले PM मोदी — विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव

उज्जैन में वैदिक घड़ी के उद्घाटन में बोले PM मोदी — विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव

मोदी ने कहा कि विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव है. समृद्धशाली विरासत और विकास कार्य कैसे एक साथ उत्सव के रूप में मनाए जाते हैं, यह उसका प्रमाण है.

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में ‘विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश’ कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य तेज़ी से विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त करता रहेगा और विकास परियोजनाएं प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के साथ जनता के जीवन को आसान बनाएंगी. इनसे निवेश, नौकरियां और स्वरोज़गार के अवसर बढेंगे.

राज्यपाल मंगु भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम का शुभांरभ किया.

पीएम ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार खेती, उद्योग और टूरिज्म पर अधिक बल दे रही है. नर्मदा नदी पर तीन परियोजनाओं का भूमि पूजन, जनजातीय क्षेत्र में सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की समस्या का समाधान भी करेगा.

उन्होंने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्र देश में नई क्रांति होते दिख रही है. केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों का जीवन बदलने वाला है. 2014 से पहले 10 साल में 40 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था, लेकिन बीते 10 साल में 90 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई से जोड़ा गया है.

पीएम ने कहा कि प्रदेश में साइबर तहसील की शुरुआत की जा रही है जिसके माध्यम से ज़मीन का नामांतरण रजिस्ट्री और अन्य मामलों का समाधान डिजिटल जरिए से तुरंत हो जाएगा.

मोदी ने कहा कि विक्रमोत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और विकास का उत्सव है. समृद्धशाली विरासत और विकास कार्य कैसे एक साथ उत्सव के रूप में मनाए जाते हैं, यह उसका प्रमाण है. उज्जैन पूरे विश्व में वैदिक गणना की केंद्र रहा है. प्राचीन समृद्ध इतिहास को फिर से स्मरण करते हुए विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी उज्जैन में स्थापित की जा रही है. यह हमारे समृद्ध अतीत को याद करने का सिर्फ अवसर नहीं है बल्कि भारत को विकसित बनाने के क्रम का साक्षी बनने का मौका भी है.

प्रधानमंत्री ने बताया कि किसानों की एक बड़ी समस्या अनाज के भंडारण की रही है. सरकार लगभग 700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण के लिए सरकार सवा लाख करोड़ से भी अधिक का निवेश करेगी, जिससे किसानों को उनकी फसल का बढ़ा हुआ और सही दाम मिलेगा.

पीएम ने कहा कि सरकार गांवों को आत्मनिर्भर बनाने पर अधिक बल दे रही है. आत्मनिर्भर गांव ही आत्मनिर्भर प्रदेश और आत्मनिर्भर देश का निर्माण करेंगे. इसके लिए देश में सहकारिता के विस्तार पर अधिक बल दिया जा रहा है. गांव में लाखों सहकारिता समितियों का गठन किया जा रहा है. खेती, पशुपालन, मुर्गी पालन, मछली पालन और अन्य माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि की भी कोशिश की जा रही है. किसानों को उनकी भूमि का स्वामित्व और स्वामित्व से जुड़ी अन्य समस्याओं के निवारण के लिए पीएम स्वामित्व योजना के जरिए स्थायी समाधान उपलब्ध कराया जा रहा है. मध्यप्रदेश, स्वामित्व योजना के तहत अच्छा कार्य कर रहा है. प्रदेश के गांवों का ड्रोन के माध्यम से शत प्रतिशत सर्वे किया जा चुका है. अभी तक 20 लाख से अधिक स्वामित्व कार्ड दिए जा चुके हैं. इन स्वामित्व कार्ड के उपयोग से निर्धन परिवार कई तरह के विवादित कार्यों से बचा रहेगा.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करता हूं. डबल इंजन की सरकार विकास के नए सौपान गढ़ती चली जा रही है. प्रदेश में कृषि के उत्पादन क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ाते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है. पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की सौगात भी मध्यप्रदेश को मिली है. केन-बेतवा परियोजना आखरी चरण में है, जो जल्द पूरी होगी और सिंचाई के क्षेत्र में किसानों को लाभ होगा. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में नवाचार के कार्यक्रम लगातार हो रहे हैं.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और विकास के लिए औद्योगिक समिट हो रही है. उज्जैन क्षेत्रीय समिट होने जा रही है, जिससे उद्योगों की नई श्रंखला प्रदेश में प्रारंभ होगी. प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. काल गणना की नगरी उज्जैन आदिकाल से अपने खगोल ज्ञान के लिए जानी जाती रही है. विक्रमादित्य वैदिक घड़ी अद्भुत है, जिसकी आज शुरूआत हो रही है.

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, सांसद वी.डी. शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय तथा अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे.

कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 230 विधानसभा क्षेत्रों से 15 लाख से अधिक लोग वर्चुअली शामिल हुए. कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की विकास गाथा की लघु वीडियो फिल्म भी दिखाई गई.


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