नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित महिलाओं से मुलाकात की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 29 महिलाओं को महिला सशक्तिकरण विशेषकर कमजोर और हाशिए पर मौजूद महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में उनके योगदान के लिए 28 पुरस्कार प्रदान करेंगे। वर्ष 2020 और 2021 के लिए 14-14 पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने पुरस्कार विजेताओं की उनके काम के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वे समाज के साथ-साथ देश में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां उनके काम में सेवा की भावना है, वहीं उनके काम में जो चीज साफ नजर आती है वह है नवोन्मेष। मोदी ने कहा कि अब कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं ने अपनी पहचान नहीं बनाई और देश को गौरवान्वित नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं की क्षमता को पहचान देने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी नीतियां बना रही है जिसके माध्यम से ऐसी क्षमता की पहचान की जा सके। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी महिलाएं पारिवारिक स्तर पर निर्णय लेने में भागीदार बनें जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण के परिणामस्वरूप होगी। मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के दौरान ‘सबका प्रयास’ पर अपनी सरकार के फोकस के बारे में बात की।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘लोकल के लिए वोकल’ की तरह सरकार के प्रयासों की सफलता महिलाओं के योगदान पर निर्भर है। पुरस्कार विजेताओं ने उन्हें एक ऐसा मंच प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया, जहां उन्हें देश के शीर्ष नेतृत्व द्वारा सुना जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने और उनके साथ बातचीत करने का अवसर मिलना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है और उन्होंने सरकार की पहल की भी प्रशंसा की।
पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं में मर्चेंट नेवी की कप्तान राधिका मेनन, सामाजिक उद्यमी अनीता गुप्ता, जैविक खेती करने वाली आदिवासी कार्यकर्ता उषाबेन दिनेशभाई वसावा, नवाचार के लिए विख्यात नासिरा अख्तर, इंटेल इंडिया की प्रमुख निवृति राय, ‘डाउन सिंड्रोम’ से पीड़ित कथक नृत्यांगना सायली नन्दकिशोर अगवाने, सांपों को बचाने वाली पहली महिला वनिता जगदेव बोराडे और गणितज्ञ नीना गुप्ता शामिल हैं।
नारी शक्ति पुरस्कार, महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान को मान्यता देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की उनकी क्षमता का उत्सव मनाने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई एक पहल है। यह पुरस्कार उद्यमिता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, शिक्षा और साहित्य, भाषा विज्ञान, कला एवं हस्तकला, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी और अन्य विषयों में काम करने वाली महिलाओं को दिया जाता है।
भाषा सुरभि रंजन
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