scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमदेशपीएम मोदी ने शुरू की 5G सेवा, कहा- चार चीजों पर है फोकस

पीएम मोदी ने शुरू की 5G सेवा, कहा- चार चीजों पर है फोकस

पीएम मोदी ने कहा, 'नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ़ कन्ज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास में, उसे लागू करने में ऐक्टिव भूमिका निभाएगा.'

Text Size:

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में छठे इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन किया और 5जी सेवाओं का शुभारंभ किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में प्रदर्शनी का निरीक्षण किया. 5जी दूरसंचार सेवाएं बेहतरीन कवरेज, उच्च डेटा दर, कम विलंबता और अत्यधिक विश्वसनीय संचार प्रणाली प्रदान करती हैं.

देश के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों ने भारत में 5जी टेक्नोलॉजी की क्षमता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री के सामने एक-एक यूज केस का प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनी में पीएम के सामने प्रदर्शित किए जाने वाले विभिन्न उपयोग के मामलों में सटीक ड्रोन-आधारित खेती शामिल है; उच्च सुरक्षा राउटर और एआई आधारित साइबर थ्रेट डिटेक्शन प्लेटफॉर्म; स्वचालित निर्देशित वाहन; एम्बुपॉड – स्मार्ट एम्बुलेंस; संवर्धित वास्तविकता/आभासी वास्तविकता/शिक्षा और कौशल विकास में मिश्रित वास्तविकता; सीवेज मॉनिटरिंग सिस्टम; स्मार्ट-कृषि कार्यक्रम; स्वास्थ्य निदान, अन्य बातों के अलावा.5G प्रौद्योगिकी आम लोगों को लाभ की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करेगी.

साथ ही, यह ऊर्जा दक्षता, स्पेक्ट्रम दक्षता और नेटवर्क दक्षता में वृद्धि करेगा. 5जी प्रौद्योगिकी अरबों इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरणों को जोड़ने में मदद करेगी, उच्च गति पर गतिशीलता के साथ उच्च गुणवत्ता वाली वीडियो सेवाओं की अनुमति देगी, और टेलीसर्जरी और स्वायत्त कारों जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं की डिलीवरी करेगी.

मौजूदा मोबाइल संचार नेटवर्क के विपरीत, 5 जी नेटवर्क एक ही नेटवर्क के भीतर इन विभिन्न उपयोग मामलों में से प्रत्येक के लिए आवश्यकताओं की सिलाई की अनुमति देगा.

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ़ कन्ज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास में, उसे लागू करने में ऐक्टिव भूमिका निभाएगा.’

भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में, उस से जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग में भारत की बड़ी भूमिका होगी.’

उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान 4 बातों पर हैं-
1 – डिवाइस की कीमत
2 – डिजिटल कनेक्टिविटी
3 – डेटा का मूल्य
4 – डिजिटल फर्स्ट होने का आइडिया

पीएम मोदी ने कहा कि साल 2014 में देश में केवल 6 करोड़ ब्रॉडबैंड कनेक्शन थे लेकिन आज 80 करोड़ कनेक्शन हो चुके हैं. 2014 में 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे लेकिन आज 85 करोड़ कनेक्शन हो गए हैं.


यह भी पढ़ेंः केंद्र ने अरुणाचल प्रदेश के तीन और नागालैंड के नौ जिलों में 6 महीने के लिए बढ़ाया AFSPA


 

share & View comments