scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमदेशसर्वदलीय बैठक में पीएम बोले- संसद सुचारू रूप से चलाने के लिए राजनीतिक मतभेद किनारे रखें

सर्वदलीय बैठक में पीएम बोले- संसद सुचारू रूप से चलाने के लिए राजनीतिक मतभेद किनारे रखें

बजट सत्र शुरू होने से पहले मोदी सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, सभी दलों के नेता पहुंचे. तीन तलाक जैसे कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चा.

Text Size:

नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले रविवार को यहां सर्वदलीय बैठक में, जिसमें महत्वपूर्ण विधेयकों को शामिल किए जाने की संभावना है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी नेताओं से राजनीतिक मतभेदों को एक तरफ रखने और संसद के कामकाज को बाधित नहीं करने का आग्रह किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हम लोगों के लिए हैं. हम संसद के कामकाज को बाधित करके दिल नहीं जीत सकते. सभी दलों को राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए और देश की प्रगति की दिशा में अथक प्रयास करना चाहिए.’ सर्वदलीय बैठक में मोदी ने नेताओं से आत्मनिरीक्षण का भी आग्रह किया कि संसद के सदस्य लोगों की आकांक्षाओं को उनके प्रतिनिधि के रूप में पूरा करने में सक्षम हैं या नहीं. बैठक में, जबकि सरकार ने अपने विधायी एजेंडे को रखा, विपक्षी दलों ने किसानों और जल आपूर्ति से संबंधित समस्याओं सहित अन्य मुद्दों को उठाया.

सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों के पेश होने की संभावना है. ट्रिपल तालाक बिल के अलावा, अन्य विधेयकों, जिन्हें संसद में पेश किए जाने की संभावना है, केंद्रीय शैक्षिक संस्थान (शिक्षक संवर्ग में आरक्षण) विधेयक और आधार और अन्य कानून (संशोधन) विधेयक 2019 बिल शामिल है. मंत्रिमंडल ने बुधवार को बैंक खाते खोलने और मोबाइल फोन कनेक्शन की खरीद के लिए पहचान के प्रमाण के रूप में आधार का स्वैच्छिक उपयोग करने वाले एक विधेयक को मंजूरी दे दी है.

जम्मू और कश्मीर राज्य के संबंध में भारत के संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति द्वारा 19 दिसंबर, 2018 को जारी किए गए उद्घोषणा के विस्तार की मांग करने वाले एक प्रस्ताव को भी 2 जुलाई 2019 तक संसद के दोनों सदनों द्वारा अनुमोदित किया जाना आवश्यक है.

इसमें 10 अध्यादेशों की घोषणा की गई है, जिन्हें संसद के अधिनियमों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना है, क्योंकि ये 1 अगस्त, 2019 तक संसद के पुनर्मूल्यांकन से छह सप्ताह की समाप्ति पर कार्य करना बंद कर देंगे.

16वीं लोकसभा के भंग होने पर 46 विधेयकों की संख्या समाप्त हो गई है जो दोनों सदनों में विभिन्न चरणों में थे. इनमें से कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों को उठाने और संसद के समक्ष लाने की संभावना है. प्रधान मंत्री मोदी ने सभी नेताओं को सरकार के साथ सहयोग करने और 2022 तक न्यू इंडिया बनाने की दिशा में प्रयास करने और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के वास्तविक अर्थ को प्राप्त करने के लिए कहा.

पीएम ने ट्वीट कर कहा है, ‘हमने आज एक काम की बैठक की. मानसून सत्र शुरू होने से पहले और चुनाव रिजल्ट आने के बाद. नेताओं के महत्वपूर्ण सुझावों के लिए धन्यवाद. हम सभी लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहमत हुए हैं.

सर्वदलीय बैठक के बाद मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा: ‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि 17वीं लोकसभा एक सकारात्मक तौर पर काम करना शुरू करे, प्रधान मंत्री मोदी ने 19 जून को सभी दलों के पार्टी अध्यक्षों को संसद में आमंत्रित किया है, और 20 जून को बातचीत और सरकार के साथ विचारों के आदान-प्रदान पर दोनों सदनों के सांसद.’

बता दें कि 17 जून शुरू होकर संसद का बजट सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 20 जून को अपना अभिभाषण देंगे. सत्र में 4 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाएगा जबकि 5 जुलाई को पहली महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी.

वहीं तीन तलाक बिल पर कांग्रेस ने अलग लाइन ली है और इसका विरोध करने की बात कही है. उसने सरकार से सभी दलों से इस पर सहमति बनाने को कहा है. इससे पहले यह बिल लोकसभा में पास हुआ था लेकिन राज्यसभा में अटक गया था.

पीएम ने सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से 19 जून एक देश, एक चुनाव के मुद्दे पर बैठक के लिए भी आमंत्रित किया है. 20 जून को लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक बुलाई है. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि पीएम मोदी संसद में टीम भावना पैदा करने के लिए 20 जून को सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक करेंगे.

वहीं भारत के आर्थिक सर्वेक्षण को 4 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में प्रस्तुत किया जाएगा. वह 5 जुलाई को सुबह 11 बजे लोकसभा में 2019- 20 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी.

बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सपा नेता राम गोपाल यादव, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी और राज्यसभा में भाजपा के नेता थावर चंद गहलोत भी मौजूद थे.

बैठक में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में वाईएसआरसीपी के वी विजयसाई रेड्डी, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी की सुप्रिया सुले, आप दल (अनुप्रिया) की अनुप्रिया पटेल, आप के संजय सिंह, और टीडीपी के जयदेव गल्ला शामिल थे.

share & View comments