नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 10 नई वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत करने के साथ 85,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री ने यहां ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (समर्पित माल ढुलाई गलियारा यानी डीएफसी) परिचालन नियंत्रण केंद्र’ का दौरा करने के बाद गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती क्षेत्र से परियोजनाओं की शुरुआत की.
प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद-मुंबई मध्य, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, मैसूरु-डॉ एमजीआर मध्य ( चेन्नई ), पटना-लखनऊ, न्यू जलपाईगुड़ी-पटना, पुरी-विशाखापत्तनम, लखनऊ-देहरादून, कलबुर्गी – सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरु, रांची-वाराणसी और खजुराहो- दिल्ली (निजामुद्दीन) के बीच 10 नयी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई.
उन्होंने चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार की भी शुरुआत की.
मोदी ने न्यू खुर्जा जंक्शन, साहनेवाल, न्यू रेवाड़ी, न्यू किशनगढ़, न्यू घोलवड और न्यू मकरपुरा से ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ पर मालगाड़ियों की भी शुरुआत की.
उन्होंने विभिन्न रेलवे स्टेशन पर 50 प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किए. ये जन औषधि केंद्र लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं प्रदान करेंगे.
प्रधानमंत्री ने 51 ‘गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल’ भी राष्ट्र को समर्पित किए. ये टर्मिनल परिवहन के विभिन्न तरीकों के बीच सामान की निर्बाध आवाजाही को बढ़ावा देंगे.
पीएम ने इस दौरान कहा कि विकसित भारत के लिए नवनिर्माणों का लगातार विस्तार हो रहा है. देश के कोने-कोने में परियोजनाओं का लोकार्पण और नई योजनाओं की शुरुआत हो रही है.
2024 के पहले 75 दिनों में ही 11 लाख करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है. विकास की इस गति को हम धीमा नहीं होने देंगे.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल रेलवे स्टेशन पर हुए कार्यक्रम से सहभागिता की, जहां उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा और महापौर मालती राय भी उपस्थित थीं.
अहमदाबाद के कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय रेल आधुनिक समय में देश का भाग्य बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के बाद रेलवे की कई पुरानी परंपराओं को बदलकर रेलवे के विकास को गति दी है. केंद्रीय बजट और रेलवे बजट को एक कर भारत सरकार के संसाधनों के रेलवे के विकास में उपयोग का मार्ग प्रशस्त किया है. उनकी पहल से देशवासियों ने स्वच्छ रेलवे स्टेशन और विश्वस्तरीय रेलवे सुविधाओं का अनुभव किया है. मध्यप्रदेश को मिलने वाला रेलवे बजट 2014 से पहले तक लगभग 275 करोड़ हुआ करता था, जो अब 15000 करोड़ रूपये हो गया है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने खजुराहो से नई दिल्ली वंदे भारत ट्रेन तथा रामगंजमंडी- भोपाल नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत निशातपुरा- संत हिरदाराम नगर रेल खण्ड के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आज प्रदेश में लगभग 202 इलेक्ट्रानिक इंटर लाकिंग, 57 एक स्टेशन एक उत्पाद के आउटलेट का लोकार्पण, लगभग 66 सोलर प्लांट, 13 लाइन रेल लाईन के दोहरीकरण के साथ ही चार प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र भी राष्ट्र को समर्पित किए गए हैं. एक रेलवे कोच रेस्टोरेंट, एक लोको शेड, तीन रेल खण्डों के विद्युतीकरण, भोपाल में वंदे भारत ट्रेनों के रख-रखाव के लिए लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से नए कोचिंग काम्पलेक्स का शिलान्यास भी किया गया है. इन सभी सौगातों के लिए हम केंद्र सरकार के आभारी हैं.
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश, देश के मध्य में स्थित है. देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका वाली सभी रेलवे परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार हरसंभव सहयोग करेगी.
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विश्व की सर्वोच्च अर्थव्यवस्था बनेगा. इसके लिए तय मानकों के अनुरूप अधोसंरचना विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. मुख्यमंत्री के प्रयासों और समन्वय से प्रदेश सभी केंद्रीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रणी है.
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