बेंगलुरु, 20 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि बेंगलुरु मेट्रो पर्पल लाइन के बैयप्पनहल्ली से कृष्णराजपुरा और केंगेरी से चल्लाघट्टा तक मेट्रो रेल सेवाओं से संपर्क में सुधार होगा और लाखों यात्रियों को फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बेंगलुरु मेट्रो के पूर्व-पश्चिम गलियारे के दो हिस्सों का लोकार्पण करने के बाद यह बात कही। प्रधानमंत्री ने साहिबाबाद में देश के पहले ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (आरआरटीएस) गलियारे के 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता खंड का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “बेंगलुरु मेट्रो रेल की दो लाइनें कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी। अनुमान है कि हर दिन आठ लाख लोग यात्रा करेंगे। मैं मेट्रो रेल लाइन के शुभारंभ पर कर्नाटक के लोगों को बधाई देता हूं।”
बेंगलुरु मेट्रो पर्पल लाइन पर बैयप्पनहल्ली से कृष्णराजपुरा और केंगेरी से चल्लाघट्टा मार्ग को औपचारिक उद्घाटन की प्रतीक्षा किए बिना, नौ अक्टूबर से सार्वजनिक सेवा के लिए खोल दिया गया था।
इस मिलाकर, 66 स्टेशनों के साथ ‘नम्मा मेट्रो’ की कुल परिचालन लंबाई बढ़कर 74 किमी हो गई है और दैनिक सवारियों की संख्या 7.5 लाख से अधिक हो गई है।
नम्मा मेट्रो का उद्घाटन 12 साल पहले हुआ था और यह देश का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है।
व्हाइटफील्ड (कडुगोडी) से चल्लाघट्टा तक पर्पल लाइन के बीच पूर्व-पश्चिम गलियारा अब कुल 43.49 किमी की लंबाई में फैला है जिसमें 37 स्टेशन शामिल हैं।
भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने मैसूरु में मेट्रो रेल परियोजना शुरू करने की संभावना का भी संकेत दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में आज नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, आगरा और कानपुर में मेट्रो रेल पहुंच रही है। कुछ स्थानों पर मेट्रो (ट्रेन) चल रही है या निकट भविष्य में चलेगी। कर्नाटक में भी, चाहे बेंगलुरु हो या मैसूरु, मेट्रो सेवाओं का विस्तार किया गया है।”
इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी व्यापक गतिशीलता योजना (सीएमपी) में 2031 तक 317 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल नेटवर्क को मंजूरी दे दी है, जिसमें से 217 किलोमीटर लंबा मार्ग संचालन, निर्माण या योजना चरण में है।
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु एक तेजी से बढ़ता हुआ शहर है और यातायात यहां एक बड़ी समस्या है। इसके मद्देनजर मेट्रो रेल सेवाओं के विस्तार की काफी जरूरत है।
सिद्धरमैया ने कहा कि 75.06 किलोमीटर लंबी बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना का दूसरा चरण 30,695 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ शुरू किया गया है। कम से कम 32 किमी का काम पूरा हो चुका है और परिचालन के लिए चालू कर दिया गया है, जिसमें शुक्रवार को औपचारिक रूप से उद्घाटन किए गए दो खंड भी शामिल हैं।
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प्रशांत नरेश
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