नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इंडोनेशिया के शहर बाली में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. मोदी ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी में भारत दुनिया के लिए आशा की एक किरण है. उनकी सरकार सत्ता में आने के वर्ष 2014 से पहले और उसके बाद के भारत में बहुत अंतर है.
मोदी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज डिजिटल लेनदेन, वैश्विक वित्तीय प्रौद्योगिकी, आईटी आउटसोर्सिंग, स्मार्टफोन डेटा खपत और टीका निर्माण में नंबर एक है. उन्होंने कहा कि यह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि ‘आज का भारत छोटा नहीं सोचता. आज भारत अभूतपूर्व पैमाने और गति से आगे बढ़ रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हम अब छोटे सपने नहीं देखते. 2014 से, हमने 32 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले हैं. अमेरिका की आबादी से अधिक.’
मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया भाग्यशाली था कि उसे भारत से 2 साल पहले स्वतंत्रता प्राप्त हुई और भारत इंडोनेशिया से बहुत कुछ सीख सकता है. हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की 75 साल की लंबी विकास यात्रा में बहुत कुछ है, जो वह इंडोनेशिया को दे सकता है. भारत की प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, नवाचार और उद्योग ने दुनिया में अपनी पहचान बनाई है. दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में आज भारतीय मूल के सीईओ हैं.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘भारत और इंडोनेशिया का साथ सिर्फ सुख का नहीं है. हम सुख-दुख में एक दूसरे के दुख को बांटने वाले हैं. जब 2018 में इंडोनेशिया में बड़ा भूकंप आया तो भारत ने तुरंत ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरू किया था.’
सुनक से मिले पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाली में जी-20 की बैठक के पहले दिन ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी अनौपचारिक मुलाकात की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने दोनों की मुलाकात की जानकारी देते हुए एक तस्वीर भी साझा की है. बता दें कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं. हाल ही में वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं. वह भारत के मशहूर उद्योगपति और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद भी हैं.
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