नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बृहस्पतिवार को 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की. पीएम मोदी ने कहा पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज़ है. विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है.
ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देश हैं, जो वैश्विक आबादी के 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं.
इस बार शिखर सम्मेलन का विषय है: ‘ब्रिक्स @15: निरंतरता, समेकन और आम सहमति की खातिर अंतर-ब्रिक्स सहयोग.’
हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो। भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो थीम चुनी है, वह यही प्राथमिकता दर्शाती है- ब्रिक्स@15: इंट्रा-ब्रिक्स कोऑपरेशन फॉर कंटीन्यूटी, कॉन्सॉलिडेशन एंड कंसेन्सस: प्रधानमंत्री https://t.co/5oDq1AMJYO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 9, 2021
पीएम ने कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस समिट की अध्यक्षता करना मेरे और भारत के लिए खुशी की बात है. आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है.
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो. भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो थीम चुनी है, वह यही प्राथमिकता दर्शाती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ. तकनीक की मदद से स्वास्थ्य तक पहुंच बढ़ाने के लिए यह एक नया कदम है. नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे.
मोदी ने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि BRICS ने ‘मल्टीलैटरल सिस्टम्स की मजबूती और सुधार’ पर एक साझा पॉजिशन ली.
पीएम ने कहा कि हमने ब्रिक्स ‘काउंटर टेरिज्म एक्शन प्लान’ भी अडॉप्ट किया है.
गौरतलब है कि भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए प्राथमिकता वाले चार क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की है।.इनमें बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार, आतंकवाद का मुकाबला, ‘एसडीजी’ प्राप्त करने के लिए डिजिटल और तकनीकी औजारों का उपयोग तथा लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देना शामिल हैं.