केवडिया (गुजरात) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को युवा आईएएस अधिकारियों से देश के लिए साथ मिलकर काम देश को आगे ले जाने का आह्वान किया और कहा कि अलग-अलग काम करने तथा वरिष्ठता क्रम से काम करने मात्र से व्यवस्था को मदद नहीं मिलेगी. इस दौरान उन्होंने नौकरशाहों को महात्मा गांधी और सरदार पटेल से प्रेरणा लेने को कहा.
उन्होंने 2024-25 तक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम करने का आह्वान भी किया.
मोदी गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित केवडिया में नौकरशाहों के लिए आयोजित पाठ्यक्रम ‘आरंभ’ के दौरान बोल रहे थे.
पीएम मोदी ने कहा, ‘अपने सभी निर्णयों को आप ब्यूरोक्रेट्स ने दो कसौटियों पर जरूर कसना चाहिए. एक, जो महात्मा गांधी ने रास्ता दिखाया था कि आपका फैसला समाज के आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति की आशा, आकांक्षाओं को पूरा करता है या नहीं. दूसरा, आपका फैसला इस कसौटी से कसना चाहिए कि उससे देश की एकता, अखंडता को बढ़ावा मिले.’
पीएम ने इस दौरान सरदार पटेल को याद करते हुए कहा, ‘सरदार साहब ने ही याद दिलाया था कि ये ब्यूरोक्रेसी ही है जिसके भरोसे हमें आगे बढ़ना है, जिसने रियासतों के विलय में अहम योगदान दिया था.
उन्होंने कहा, ‘ये पाठ्यक्रम आरंभ राष्ट्र केंद्रित और भविष्य केंद्रित है. यह प्रशासन में आमूलचूल बदलाव की शुरुआत करेगा, जिससे लोग एकाकी रहकर काम करना बंद कर देंगे.’
प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘पीएमओ इंडिया’ से किए गए ट्वीट के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘इसकी जगह लोगों को साथ मिलकर और व्यापक रूप से काम करना चाहिए.’
मोदी ने कहा कि नौकरशाही में किसी भी नियुक्ति को सजा के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि उसे एक अवसर की तरह लेना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘एकाकीपन और वरिष्ठताक्रम से हमारी व्यवस्था को कोई मदद नहीं मिलेगी. हम जो भी हैं, हम जहां भी हैं, हमें साथ मिलकर राष्ट्र के लिए काम करना चाहिए.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आइए चीजों को देखने का नजरिया बदलें. यहां तक कि शब्दावली में एक बदलाव से भी मदद मिलती है. पहले लोग पिछड़े जिले कहते थे. आज हम आकांक्षी जिले कहते हैं. किसी भी नियुक्ति को सजा क्यों होना चाहिए? उसे एक अवसर के रूप में क्यों नहीं देखना चाहिए.’
इस अवसर पर मोदी ने लोकसेवा के विकास में स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को याद किया.
उन्होंने कहा, ‘भारतीय लोक सेवा (जिसे अब भारतीय प्रशासनिक सेवा कहा जाता है) सरदार पटेल की अत्यंत आभारी है. आइए, हम सभी को यहां से, जहां ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ स्थित है, देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा और शक्ति लें.’
मोदी ने कहा, ‘आइए, भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम करें.’ मोदी यहां सरदार पटेल की 144वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने आए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)