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रविवार, 1 जून, 2025
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प्रधानमंत्री ने अलीपुरद्वार में 1,010 करोड़ रुपये की शहरी गैस परियोजना की शुरुआत की

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(तस्वीरों के साथ)

अलीपुरद्वार (पश्चिम बंगाल), 29 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में 1,010 करोड़ रुपये की लागत वाली शहरी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखी और कहा कि विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की यात्रा के लिए राज्य का विकास आवश्यक है।

अलीपुरद्वार और पड़ोसी कूचबिहार जिलों में लागू इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में 2.5 लाख से अधिक घरों के साथ-साथ वाणिज्यिक और औद्योगिक उपयोगकर्ताओं को पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) उपलब्ध कराना है।

योजना के एक भाग के रूप में, न्यूनतम कार्यक्रम लक्ष्यों के अनुरूप लगभग 19 संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे।

इस पहल से विश्वसनीय, पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी ईंधन आपूर्ति उपलब्ध होने की उम्मीद है, साथ ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “आज जब भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है, तो इस प्रक्रिया में बंगाल की भागीदारी अपेक्षित भी है और आवश्यक भी। इसी इरादे से केंद्र सरकार यहां अवसंरचना, नवोन्मेष और निवेश को निरंतर नई गति दे रही है।”

उन्होंने कहा कि शहरी गैस वितरण परियोजना “केवल पाइपलाइन बिछाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह लोगों के दरवाजे तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है”।

प्रधानमंत्री ने कहा, “यह सिर्फ पाइपलाइन परियोजना नहीं है। यह सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने का भी एक उदाहरण है। इस पहल के जरिए हम पाइपलाइन के जरिए घरों तक स्वच्छ और ज्यादा किफायती ऊर्जा पहुंचाएंगे।”

क्षेत्र की अनूठी भौगोलिक और सांस्कृतिक विरासत का वर्णन करते हुए मोदी ने कहा, “अलीपुरद्वार की यह धरती न केवल सीमाओं से जुड़ी है, बल्कि संस्कृतियों से भी जुड़ी है। एक तरफ भूटान की सीमा है, तो दूसरी तरफ स्वागत करता असम है। एक तरफ जलपाईगुड़ी की खूबसूरती है, तो दूसरी तरफ कूचबिहार का गौरव है।”

उन्होंने कहा कि शहरी गैस वितरण परियोजना क्षेत्र के स्वच्छ ऊर्जा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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