मुंबई, 10 फरवरी (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरों पर आरोप इसलिए लगाते हैं क्योंकि उनके पास बढ़ती बेरोजगारी और चीन की ओर से उत्पन्न खतरों जैसी समस्याओं का कोई समाधान नहीं है ।
उधर, मोदी पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत के कटाक्ष पर प्रतिक्रिया देते हुये भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि यह सब हताशा में दिया गया बयान है ।
लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस पर बरसते हुये मोदी ने आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद जब पहली बार लॉकडाउन लगाया गया तो पार्टी ने प्रवासी श्रमिकों को डरा कर उनके गृह राज्यों में जाने के लिये मजबूर किया था ।
मोदी ने 1984 में हुये सिख विरोधी दंगों और आपातकाल के लिये भी पार्टी पर निशाना साधा ।
कांग्रेस नेता सावंत ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिनों से, अपनी विफलताओं के लिए दूसरों को दोष देने के लिए सबसे अक्षम प्रधानमंत्री की धूर्तता और प्रयासों को देश देख रहा है ।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उनके पास बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई, अस्थिर अर्थव्यवस्था, 84 फीसदी लोगों की आय में कमी और चीन से उत्पन्न खतरों तथा अन्य चुनौतियों का कोई उत्तर नहीं है ।’’
सावंत ने आरोप लगाया कि मोदी ने दावा किया था कि केंद्र को लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी क्योंकि राज्यों ने ऐसा किया था, लेकिन सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत यह खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री ने किसी भी मंत्रालय से परामर्श किये बगैर ही इसकी घोषणा की थी ।
कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘उन्होंने 21 दिन में कोरोना वायरस को हराने का वादा लोगों से क्यों किया था ? उन्होंने लॉकडाउन का विस्तार क्यों किया ? उन्होंने लोगों से ताली बजाने, थाली बजाने और घंटी बजाने के लिये क्यों कहा?’’
सावंत ने कहा कि महामारी के दौरान करीब 1027 ट्रेनों में भाजपा शासित गुजरात से लगभग 15 लाख लोग अपने गृह राज्यों में गये जबकि महाराष्ट्र से 844 ट्रेनों में 12 लाख लोग अपने घरों को लौटे थे ।
उन्होंने पूछा, ‘‘कोरोना वायरस महाराष्ट्र की बजाये गुजरात से फैलना चाहिये था । केवल महाराष्ट्र कांग्रेस निशाने पर क्यों? प्रवासियों को गुजरात में क्यों नहीं रोका गया ?’’
सावंत ने यह भी दावा किया कि पिछले तीन साल में बेरोजगारी और बढ़ते कर्ज के कारण करीब 25 हजार लोगों ने आत्महत्या की ।
सावंत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुये भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने राष्ट्रीय मुद्दों पर कांग्रेस नेताओं की समझ पर सवाल उठाया ।
उपाध्याय ने कहा, ‘‘सवाल मुख्य रूप से यह है कि राहुल गांधी से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं तक की राष्ट्रीय मुद्दों पर क्या समझ है। समस्या उनके नेतृत्व से लेकर निचले पायदान के कार्यकर्ताओं तक है। इसलिए वे हताशा में इस प्रकार की टिप्पणी कर रहे हैं।’’
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