अहमदाबाद, 14 जून (भाषा) अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गए अब तक 11 लोगों के शव के डीएनए का मिलान उनके परिवार के सदस्यों के डीएनए से हो चुका है। अहमदाबाद में बी जे मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ सरकारी चिकित्सक ने शनिवार को यह जानकारी दी।
चूंकि कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है इसलिए अधिकारी बृहस्पतिवार को हुई त्रासदी में मारे गए शवों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच कर रहे हैं।
बी जे मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. रजनीश पटेल ने मीडियाकर्मियों को बताया कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके कानूनी और चिकित्सा संबंधी निहितार्थ हैं, इसलिए इसमें कोई जल्दबाजी नहीं की जा सकती।
डॉ. पटेल ने कहा कि लंदन जा रही एअर इंडिया की दुर्घटनाग्रस्त हुई उड़ान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं।
गुजरात के राजस्व सचिव आलोक पांडे ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हादसे में मारे गए लोग गुजरात के 33 में से 18 जिलों के अलावा देश के अन्य राज्यों के के रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में मारे गए 11 विदेशी नागरिकों के परिवारों से संपर्क किया गया है।
पांडे ने कहा कि मानसिक आघात से निपटने में मदद के लिए पीड़ितों के परिवारों को ‘काउंसलर’ उपलब्ध कराए जाएंगे।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि जिन आठ शवों की पहचान उनके रिश्तेदारों ने कर ली थी और जिनके डीएनए की जांच की जरूरत नहीं है, वे पहले ही उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।
विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 270 हो गई। केंद्र ने इस आपदा के कारणों की जांच के लिए केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया है।
भाषा सिम्मी माधव
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