जयपुर, 16 फरवरी (भाषा) केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि फोन टैपिंग भाजपा की परंपरा नहीं है, यह राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तत्कालीन सरकार की परंपरा थी।
शेखावत ने रविवार को सीकर के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में प्रबुद्धजनों की संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिनके मुंह और हाथ दोनों काले हों.. उनको दूसरे के मुंह पर कालिख पोतने का अधिकार नहीं है।‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘ राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन टैपिंग पर टिप्पणी करने से पहले अपने शासनकाल को देखना चाहिए। फोन टैपिंग को लेकर उनके तत्कालीन विशेषाधिकारी (ओएसडी ने) न्यायालय में दिये हैं.. एक बार पहले उन बयानों को देखकर उसके बाद उन्हें ऐसी टिप्पणी करनी चाहिए।’’
शेखावत ने कहा, ‘‘ यह भाजपा की परंपरा नहीं है.. यह राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की परंपरा थी कि उन्होंने इस तरह के पाप किये हैं जिसकी सजा उनको निश्चित ही किसी ना किसी दिन भारत की न्यायपालिका अवश्य देगी।’’
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अनुमति के बिना अगर मीणा का फोन टैप किया गया तो राज्य सरकार ने अपराध किया है।
गहलोत ने कहा था कि राजस्थान विधानसभा में जब विपक्ष इस मुद्दे पर जवाब मांग रहा था तब न तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और न ही गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कोई स्पष्टीकरण दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि राजस्थान में फोन टैपिंग की परंपरा नहीं रही है और कानून भी इसकी अनुमति नहीं देता है।
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कुंज, रवि कांत
रवि कांत
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