नई दिल्ली: इस्लामी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) द्वारा शुक्रवार को केरल में दिनभर की हड़ताल के बीच राज्य में छिटपुट जगहों पर हिंसा की घटनाओं की सूचना मिली है. प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी में कोल्लम में 2 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं.
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) तथा अन्य एजेंसियों द्वारा देश भर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यालयों और उसके प्रमुखों से जुड़े परिसरों पर छापे मारे जाने के विरोध में पीएफआई की ओर से शुक्रवार को राज्यव्यापी हड़ताल को देखते हुए केरल पुलिस ने राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी है.
जिला पुलिस प्रमुखों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश जारी किए गए हैं. पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार, कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के अनुसार कई जगहों पर पत्थरबाजी की घटना हुई हैं.
बता दें कि यह हड़ताल सुबह 6 बजे से जारी हैं और 12 घंटे तक चलकर शाम के 6 बजे तक चलेगी. हड़ताल के कारण राज्य के कई हिस्सों में सुबह से ही सड़कें सूनी रहीं.
तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोझिकोड, वायनाड और अलाप्पुझा समेत विभिन्न जिलों में केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बसों पर पथराव किया गया. स्थानीय मीडिया की खबर के अनुसार, एक वाहन पर पेट्रोल बम फेंका गया, जो कन्नूर के नारायणपारा में अखबार वितरित करने जा रहा था.
अल्लापुझा में हड़ताल का समर्थन कर रहे लोगों के पथराव में केएसआरटीसी की बसें, टैंकर लॉरी और कुछ अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचने की खबर है. कोझिकोड और कन्नूर में पीएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर किए गए पथराव में क्रमश: 15 वर्षीय एक लड़की और एक ऑटो रिक्शा चालक घायल हो गए.
हालांकि, केरल पुलिस ने राज्यव्यापी हड़ताल के पीएफआई के आह्वान के बाद राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी है और जिला पुलिस प्रमुखों को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं.
पुलिस द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ‘कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा.’
पीएफआई ने बृहस्पतिवार को कहा था कि ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विरोधियों को चुप कराने के प्रयासों’ के खिलाफ शुक्रवार को राज्यभर में हड़ताल की जाएगी.
पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सत्तार ने एक बयान जारी कर बताया था कि हड़ताल सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक होगी.
इससे पहले, पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को उन जगहों पर मार्च निकाला था, जहां छापे मारे गए थे. उन्होंने केंद्र सरकार और उसकी जांच एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी भी की थी. हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के इरादे से ऐसे सभी स्थानों पर केंद्रीय बलों को पहले से ही तैनात किया गया था.
एनआईए के नेतृत्व में कई एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोप में बृहस्पतिवार को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर पीएफआई के 106 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था.
अधिकारियों ने बताया था कि केरल में, जहां पीएफआई के कुछ मजबूत गढ़ हैं, सबसे ज्यादा 22 गिरफ्तारियां की गईं. गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई की केरल इकाई के अध्यक्ष सी पी मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओ एम ए सलाम, राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलमारम, पूर्व अध्यक्ष ई अबूबकर और अन्य शामिल हैं.
गौरतलब है कि केरल में पीएफआई को 2006 में लांच किया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)
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