नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि जीएसटी की श्रेणियां घटाने से न केवल आम लोगों को फायदा होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में उसके शासनकाल के दौरान कर का ‘‘भारी बोझ’’ था।
वैष्णव ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी नजर रख रही है कि जीएसटी को तर्कसंगत बनाने का लाभ आम लोगों तक पहुंचे।
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद का अहितकर और विलासिता की वस्तुओं की श्रेणी को छोड़कर सभी उत्पादों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की श्रेणी में लाने तथा कई आवश्यक वस्तुओं पर कर को शून्य करने का निर्णय नवरात्रि के पहले दिन 22 सितंबर से लागू होगा।
यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा, ‘‘आगामी 22 तारीख, नवरात्रि का पहला दिन, हम सभी के लिए, सभी मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए और इस देश के 140 करोड़ नागरिकों के लिए एक नयी खुशी लेकर आएगा।’’
उन्होंने कहा कि जीएसटी सुधार से देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, ‘‘इस सुधार से देश के 140 करोड़ लोगों के जीवन में बड़ी राहत आई है। 2014 से पहले (कांग्रेस के शासन के दौरान) हर वस्तु पर लगने वाले विभिन्न प्रकार के करों के जाल के कारण आम लोगों पर भारी बोझ था।’’
वैष्णव ने कहा कि नवीनतम जीएसटी सुधार और पहले घोषित 12 लाख रुपये तक की आयकर छूट देश में मध्यम वर्गीय परिवारों सहित आम लोगों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या जीएसटी सुधारों का उद्देश्य भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ (शुल्क) के प्रभाव को कम करना है, मंत्री ने कहा, ‘‘यह इस भावना के साथ किया गया है कि आम लोगों के जीवन में एक बहुत अच्छा परिवर्तनकारी बदलाव आना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें किसी बाहरी कारक की कोई भूमिका नहीं है।’’
भाजपा नेता ने कहा कि सरकार लगभग डेढ़ साल से जीएसटी सुधारों पर काम कर रही थी और प्रधानमंत्री लगातार इस पर नजर रख रहे थे और हर कदम पर ‘‘मार्गदर्शन’’ दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिया गया यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देश को यह आश्वासन दिया था। उन्होंने इस घोषणा के साथ उस संकल्प को वास्तविकता में बदल दिया है।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका संबंधों को ‘‘विशेष’’ बताए जाने और उस पर मोदी की प्रतिक्रिया पर, वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की ‘‘व्यापक’’ विदेश नीति के कारण, दुनिया भारत को ‘‘नयी आशा और विश्वास’’ के साथ देख रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका एक बहुत बड़ा लोकतंत्र है। भारत लोकतंत्र की जननी है। यह स्वाभाविक है कि इन दोनों लोकतंत्रों के बीच अच्छे संबंध हैं।’’
वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय हित और देश की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए भारत की विदेश नीति को एक ‘‘नया आकार’’ दिया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहे जाने पर कि करों की श्रेणियां घटाये जाने से केवल ‘‘कुछ खास लोगों’’ को ही फायदा न हो, जबकि सरकार ने इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय मुनाफाखोरी निरोधक प्राधिकरण को समाप्त कर दिया था, वैष्णव ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस को अपने कार्यकाल के बारे में बात करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस की तरह ‘‘ढुलमुल’’ नीतियों पर काम नहीं करती।
वैष्णव ने कहा, ‘‘आप सभी प्रधानमंत्री की कार्यशैली से वाकिफ हैं। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट फैसले लिए हैं और उन्हें लागू भी किया है। आप इसे इसमें भी देखेंगे। इससे (जीएसटी सुधारों से) लोगों को फायदा होगा।’’
वैष्णव ने रेखांकित किया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘‘स्पष्ट रूप से’’ कहा है कि वह यह सुनिश्चित करने पर ‘बहुत स्पष्ट ध्यान’ के साथ ‘‘पैनी नजर’’ रखेंगी कि जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने का लाभ ‘‘आम लोगों और हर परिवार’’ तक पहुंचे।
उन्होंने कहा, ‘‘और, इस पर बहुत कड़ी नजर रखी जा रही है।’’
मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए, वैष्णव ने कहा कि ‘‘लगभग’’ सभी व्यापार संघों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जीएसटी सुधारों का लाभ आम लोगों को दिया जाएगा।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश
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