नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए शुक्रवार को पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर ढेर सारे लोग जमा हुए. कांग्रेस नेता अलका लांबा और दिल्ली के पूर्व विधायक शोएब इकबाल भी इन प्रदर्शन में शामिल हुए. वहीं दूसरी तरफ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की रिहाई की मांग और सीएए एवं एनआरसी के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में पीएम आवास की तरफ बढ़ रहे थे जिन्हें पुलिस ने रोक दिया.
भीम आर्मी के सदस्यों को पुलिस ने रोका
इस मार्च में हिस्सा ले रहे भीम आर्मी के प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ बांध रखे थे ताकि उन पर इस प्रदर्शन के दौरान हिंसा एवं आगजनी के आरोप नहीं लगाए जा सके.
भीम आर्मी के सदस्यों समेत इन प्रदर्शनकारियों ने जोरबाग के जोर शाहे मरदान करबला से अपना मार्च शुरू किया. पुलिस ने उन्हें लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास से कुछ किलोमीटर पहले रोक दिया.
लांबा का भाजपा पर निशाना
अलका लांबा ने प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘बेरोजगारी देश के सामने असल मुद्दा है. लेकिन आप (प्रधानमंत्री) एनआरसी के लिए लोगों को उसी तरह कतार में लगाना चाहते हैं जैसा नोटबंदी के दौरान किया था.’
विरोध की आशंका, दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में भारी पुलिस बल तैनात
शुक्रवार की नमाज और कुछ संगठनों द्वारा संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों का आह्वान करने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी जिले के कुछ क्षेत्रों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. कुछ स्थानों पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
पुलिस ने बताया कि उत्तरपूर्वी दिल्ली के सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया.
इसके अलावा, उत्तरपूर्वी दिल्ली में कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए नजदीकी जिलों से बुलाए गए पुलिस बल और अर्द्धसैनिक बलों की 15 कपंनियों को तैनात किया गया है. हालात पर नजर रखने के लिए दिल्ली पुलिस ड्रोन की मदद भी ले रही है.
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जामिया नगर, जामा मस्जिद और चाणक्यपुरी में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
पुलिस उपायुक्त (उत्तरपूर्व) वेद प्रकाश सूर्य ने कहा, ‘इलाके में कानून-व्यवस्था बनी रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए हम अमन समिति के सदस्यों के साथ उत्तरपूर्वी दिल्ली में फ्लैग मार्च कर रहे हैं. शांति बनाए रखने में पुलिस की मदद करने की अपील भी लोगों से की जा रही है.’
जिले में हिंसक प्रदर्शन के बाद से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगी हुई है.
दिल्ली पुलिस ने यहां बैनर लगाए हैं, जिनमें लोगों से कहा है कि निषेधाज्ञा लगी होने के कारण वह उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन न करें.
खबरों के मुताबिक जामिया समन्वय समिति ने शुक्रवार दोपहर यूपी भवन के बाहर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है. इसलिए यहां पुलिस बल तैनात किया गया है और अवरोधक लगा दिए गए हैं.
पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे 213 लोगों को हिरासत में लिया गया था.
शुक्रवार की नमाज के बाद जामा मस्जिद के बाहर भी प्रदर्शन की योजना है.
एक अन्य समूह ने जोर बाग के निकट दरगाह शाह मर्दान के निकट से प्रधानमंत्री के आवास तक प्रदर्शन मार्च निकालने का आह्वान किया है. उनकी मांग है कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को बिना शर्त रिहा किया जाए और सीएए, एनआरसी तथा एनपीआर को वापस लिया जाए.