नई दिल्ली: यह कहते हुए कि पसमांदा मुसलमानों को लंबे समय तक उपेक्षित किया गया, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि ओबीसी समुदाय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के काम का स्वागत किया जाना चाहिए.
भाजपा नेता की यह टिप्पणी मंगलवार को भोपाल में पीएम मोदी द्वारा चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में भाजपा के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पसमांदा मुसलमानों और मुस्लिम महिलाओं की दुर्दशा के बारे में बोलने के बाद आई है.
पीएम ने कहा, “पसमांदा मुसलमान राजनीति का शिकार हो गए हैं. कुछ लोग देश को तोड़ने के लिए तुष्टीकरण की राजनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं. भाजपा कैडर को जाकर मुसलमानों को यह समझाना चाहिए और उन्हें शिक्षित करना चाहिए ताकि वे ऐसी राजनीति का शिकार न हों.”
इस पर संज्ञान लेते हुए केंद्रीय मंत्री यादव ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वोटों के लिए लड़ने वाले विपक्ष ने कभी पसमांदा मुसलमानों के न्याय के लिए बात नहीं की.
केंद्र में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पसमांदा मुसलमानों के नाम पर मुसलमानों को बांटने की कोशिश करने के विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए यादव ने कहा, “जब देश में ओबीसी की पहचान हो गई तो इसमें बांटने की क्या बात है? मंडल कमीशन के दौरान उनकी (पसमांदा मुसलमानों की) पहचान कब्जे के आधार पर की गई थी.”
सामाजिक न्याय की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि देश में गरीबों और अति पिछड़े समुदायों को उनका अधिकार मिलना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “सरकार सब तक पहुंचे, सब तक विकास पहुंचे, सबको सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार हो, शोषितों और वंचितों को लेकर एक संकल्प लिया गया है और प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 9 वर्षों में उनके जीवन को बदलने का प्रयास किया है.”
उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने (पीएम मोदी) ओबीसी समुदाय के लिए जो कुछ भी किया है, उसे समझा जाना चाहिए. पसमांदा समुदाय भी इसके (ओबीसी) अंतर्गत आता है. पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के दौरान पसमांदा मुसलमानों के लिए जो विषय उठाया गया है, उसका स्वागत किया जाना चाहिए. इसमें सवाल क्यों उठाया जा रहा है?”
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