नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के पुनर्गठित कोर समूह की बुधवार को हुई पहली बैठक में निर्णय लेने की प्रक्रिया में दिव्यांग जनों की सहभागिता सुनिश्चित करने और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दिव्यांगों के अनुकूल बनाए जाने जैसे सुझाव आए।
दिव्यांगता पर कोर समूह की बैठक की अध्यक्षता करते हुए आयोग के सदस्य डी एम मुले ने ‘दिव्यांग जन’ को अन्य किसी भी नागरिक की तरह सार्वजनिक सुविधाएं सुनिश्चित करने के प्रयासों की रफ्तार को लेकर चिंता प्रकट की।
मुले के हवाले से आयोग के एक बयान में कहा गया कि यह केवल सुगम्यता का विषय नहीं है, बल्कि इस बात पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए कि दिव्यांग लोगों की पूरी क्षमता का पूरी तरह उपयोग कैसे हो।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगों से जुड़े विषयों पर काम करने वाले विशेषज्ञों और एनएचआरसी के कोर समूह के सदस्यों को देश के अनेक हिस्सों का दौरा कर सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को देखना चाहिए ताकि दिव्यांगों के लिए सुविधाओं तथा अवसंरचना की बेहतरी के लिहाज से देशभर में क्रियान्वयन वाली साझा रूपरेखा तैयार की जा सके।
भाषा वैभव पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.