कोलकाता, 26 जुलाई (भाषा) शिक्षक भर्ती में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटाने की विपक्ष की तेज होती मांग के बीच उनकी सरकारी कार मंगलवार को विधानसभा को सौंप दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव चटर्जी को यह कार और एक चालक विधानसभा ने 2006 में विपक्ष के नेता रहने के दौरान आवंटित की थी। तब से वह इस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे थे।
विधानसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ 2011 में तृणमूल के सत्ता में आने और उनके मंत्री बनने के बाद भी वह इस कार का अभी तक इस्तेमाल करते रहे थे। उनके चालक को मौखिक रूप से इस कार को विधानसभा को लौटाने को कहा गया था। ’’
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भी इस बात की पुष्टि की है लेकिन कहा कि इसमें कुछ भी ‘अन्यथा नहीं’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह कार विधानसभा के कार के बेड़े से ली गयी थी। चालक भी विधानसभा का एक कर्मचारी है। चूंकि पार्थ चटर्जी अब हिरासत में हैं और यह गाड़ी उपयोग में नहीं है , इसलिए उनके चालक ने उसे विधानसभा को सौंप दिया है। मैं समझता हूं कि चालक ने खुद ही ऐसा किया, लेकिन तब भी मैं कल इसकी जांच करूंगा।’’
प्रवर्तन निदेशालय ने सरकारी विद्यालयों एवं सरकारी सहायताप्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमिताओं की जांच के सिलसिले में 23 जुलाई को चटर्जी को गिरफ्तार किया था। जब यह कथित शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ था तब वह शिक्षा मंत्री थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से चटर्जी को मंत्रिमंडल से तत्काल ‘बर्खास्त’ करने की अपील की है।
सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मांग की थी कि चटर्जी को तत्काल मंत्रिपद से हटाया जाए।
सोमवार को ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई गलत कार्य करने का दोषी पाया जाता है तो उसे दंडित किया जाना चाहिए और वह भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती।
भाषा
राजकुमार पवनेश
पवनेश
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