लखनऊ, 22 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश की पार्किंग व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। इसके तहत फास्टैग तथा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग की सुविधा और ‘पॉइंट ऑफ सेल’ (पीओएस) उपकरण के साथ पूरे प्रदेश में पार्किंग व्यवस्था में व्यापक परिवर्तन किये जाएंगे।
राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक राज्य के नगर विकास विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर अमल करते हुए प्रदेश के प्रमुख शहरों में पार्किंग व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए एक व्यापक योजना का मसौदा तैयार किया है जिसका उद्देश्य लोगों की सुविधा को बढ़ाना और यातायात प्रबंधन में सुधार करना है।
बयान में कहा गया, ‘‘पार्किंग स्थलों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करने की तैयारी है। निर्बाध भुगतान के लिए फास्टैग की सुविधा के साथ-साथ, इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर चार्जिंग की सुविधा मुहैया कराना भी शामिल है। स्वचालित टिकट वितरक, सुरक्षा और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, सूचना प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल संकेतक, नियंत्रित पहुंच के लिए बूम बैरियर और भुगतान विकल्पों के लिए ‘पीओएस’ उपकरण की सुविधा भी होगी।’’
बयान के मुताबिक, ‘‘इन सुविधाओं से वाहनों की पार्किंग व्यवस्था में पारदर्शिता काफी बढ़ जाएगी। फास्टैग और स्वचालित प्रणालियों जैसी तकनीकों के एकीकरण से उपयोगकर्ताओं को खासी सुविधा होगी और उन्हें कतारों में इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी।’’
इसके अनुसार इस नई योजना से सड़क पर पार्किंग खासकर व्यस्त समय में (सुबह नौ बजे से अपराह्न 12 बजे तक और शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक) और सप्ताहांत के दिनों में महंगी हो जाएगी।
इसमें कहा गया कि पार्किंग शुल्क की दरों और समय पर अंतिम निर्णय पार्किंग प्रबंधन समिति द्वारा लिया जाएगा। अनाधिकृत पार्किंग से निपटने के लिए एक सख्त कार्य योजना तैयार की गई है।
भाषा सलीम खारी
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