देहरादून, 28 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुए कथित पेपर लीक प्रकरण में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को टिहरी की एक सहायक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सीबीआई ने टिहरी के शहीद श्रीमती हंसा धनई राजकीय महाविद्यालय, अगरोरा, की सहायक प्रोफेसर सुमन को 21 सितंबर को हुई परीक्षा में अभ्यर्थी के तौर पर शामिल हुए आरोपी मोहम्मद खालिद और उसकी बहन साबिया के साथ साजिश का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
प्रकरण में आरोपी खालिद और साबिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती के लिए हुई परीक्षा के दौरान हरिद्वार जिले के बहादराबाद स्थित एक परीक्षा केंद्र से एक प्रश्नपत्र के तीन पन्ने बाहर आ गए थे जिससे प्रदेश भर में हड़कंप मच गया था।
इसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया ।
हालांकि, पेपर लीक के विरोध में बेरोजगारों द्वारा छेड़े गए जबरदस्त आंदोलन के बाद उत्तराखंड सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। बाद में 11 अक्टूबर को इस परीक्षा को निरस्त भी कर दिया गया था।
इस परीक्षा में विभिन्न सरकारी विभागों में 416 पदों के लिए एक लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
मामले को अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने खालिद और साबिया को अपनी हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। हिरासत में आरोपियों की गहन जांच, मोबाइल फोन व अन्य साक्ष्यों के मूल्यांकन के दौरान सहायक प्रोफेसर की भूमिका पाए जाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अब तक की जांच से पता चला है कि परीक्षा में शामिल खालिद ने अपनी बहन साबिया के जरिए सहायक प्रोफेसर को प्रश्नपत्र का एक हिस्सा हल करने के लिए भेजा था जिसने उसे हल करके वापस खालिद को भेजा था। पेपर लीक प्रकरण में कथित भूमिका के लिए सुमन को पहले ही निलंबित कर दिया गया था।
भाषा दीप्ति नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
