डिब्रूगढ़ (असम) : एक दिन पहले पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार भगोड़े खालिस्तानी नेता और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी पपलप्रीत सिंह को मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल ले आया गया है. पपलप्रीत को सोमवार को अमृतसर के खाथू नांगल से गिरफ्तार किया गया था.
अमृतपाल के करीबी सहयोगी को कब्जे में लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए पंजाब के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) हेडक्वाटर्स सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि पपलप्रीत को नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) के तहत गरिफ्तार किया गया है.
गिल ने कहा कि उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी, ‘पपलप्रीत सिंह, जो कि अमृतपाल सिंह से मुख्य तौर से जुड़ा था, को अमृतसर ग्रामीण पुलिस द्वारा काथू नांगल एरिया से गिरफ्तार किया गया है.’
पपलप्रीत को भगोड़े खालिस्तानी नेता के साथ कई फोटोग्राफ्स में देखा गया था.
30 मार्च को एक असत्यापित वीडियो में ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख ने कहा था कि वह ‘भगोड़ा’ नहीं है और जल्द ही ‘दुनिया के सामने आएगा.’
इसके अलावा, एक वीडियो में, जिसे सत्यापित नहीं किया जा सका है, अमृतपाल ने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि वह अपने लोगों या दोस्तों से दूर भाग गया है, उन्हें अपने दिमाग से ‘उस बात को निकाल देना चाहिए’.
इससे पहले, 18 मार्च को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. पंजाब पुलिस ने इससे पहले आशंका जताई थी कि अमृतपाल बस के बजाय किसी और गाड़ी से दिल्ली में प्रवेश कर रहा है. इस इनपुट के बाद, दिल्ली पुलिस ने अलर्ट जारी किया था और भगोड़े कट्टर उपदेशक को लेकर कदम उठाए थे.
अमृतपाल 18 मार्च से ही फरार है, तब से पंजाब पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया है.
23 फरवरी को अमृतपाल के समर्थकों ने अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने पर इनमें से एक सहयोगी को छोड़ने के मांग को लेकर धावा बोला था, जिसके लगभग तीन सप्ताह बाद यह कार्रवाई की गई.
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