पालघर, छह अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर में 2016 में हुई हत्या के मामले में तीन साल से फरार दोषी व्यक्ति को पंजाब से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उसने बताया कि आरोपी शंकर जगदीश मुखिया उर्फ समोसेवाला बार-बार अपना नाम और पहचान बदलकर पुलिस की नजरों से बचता रहा।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक समीर अहिरराव ने बताया कि उसे 15 सितंबर 2016 को नालासोपारा इलाके में दिलीप बासनेट नामक व्यक्ति की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था।
यह घटना तब घटी जब अपराधी ने किसान की पत्नी के खिलाफ कथित तौर पर अश्लील टिप्पणी करने के बाद बासनेट पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वालिव पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया था और अदालत ने मुखिया को कारावास की सजा सुनाई थी। हालांकि इसमें जेल की अवधि का उल्लेख नहीं किया गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे 2022 में (कोविड-19 के दौरान) ठाणे केंद्रीय कारागार से जमानत पर रिहा किया गया था लेकिन सात मई, 2022 को पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद भी अपराधी जेल नहीं लौटा और लापता हो गया।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 224 (किसी व्यक्ति द्वारा उसे वैध तरीके से पकड़ने में बाधा या प्रतिरोध) के तहत एक अलग मामला दर्ज किया गया।
हाल ही में एक विश्वसनीय सूचना के आधार पर एक विशेष पुलिस दल पंजाब भेजा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले में पाया गया और सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
भाषा सुमित माधव
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