(विजय जोशी)
हैदराबाद, 17 मई (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि आतंकवाद को प्रायोजित करने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास है और यह देश मानवता के लिए खतरा बन गया है।
ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कई देशों के दौरे पर भेजे जा रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक के सदस्य के तौर पर यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए उनके संदेश का सार होगा।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा लंबे समय से निर्दोष नागरिकों की हत्या के बारे में दुनिया को बताना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का काफी दंश झेला है। हम सभी ने तमाशा देखा है, जिया-उल-हक के समय से लोगों का कत्लेआम देखा है।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘जब तक पाकिस्तानी डीप स्टेट (नीति-निर्माण को नियंत्रित करने वाले प्रभावशाली, ताकतवर गैर सरकारी तत्व), पाकिस्तानी (खुफिया एजेंसी) आईएसआई, पाकिस्तानी सेना का मकसद भारत को अस्थिर करना है, आप पाकिस्तान पर कभी भरोसा नहीं कर सकते।’’
हालांकि, ओवैसी ने कहा कि उन्हें पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कूटनीतिक मुहिम के विवरण के बारे में सरकार से जानकारी मिलनी अभी बाकी है।
पांचवीं बार के लोकसभा सदस्य ओवैसी पाकिस्तान के खिलाफ सरकार के कड़े रुख के सबसे मुखर समर्थकों में से एक के रूप में उभरे हैं और उनकी राजनीति को पसंद नहीं करने वाले लोगों का एक वर्ग भी उनकी प्रशंसा कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक रूप से, हम (एआईमआईएम) भाजपा की विचारधारा से लड़ते रहेंगे। लेकिन जब आप (इस) देश में आते हैं और देश के नागरिकों, भारत के नागरिकों को मारते हैं, तो इसमें कोई सवाल ही नहीं उठता.. मेरे राजनीतिक वैचारिक मतभेदों के बारे में।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान की उनके द्वारा निंदा मुसलमानों के बीच व्यापक रूप से मौजूद भावनाओं को दर्शाती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या जो गुस्सा वह जाहिर कर रहे हैं वह पूरे मुस्लिम समुदाय का प्रतिबिंब है, उन्होंने कहा, ‘‘बिल्कुल! यह क्यों नहीं होगा? मैं अपनी पार्टी की ओर से बात कर रहा हूं, और हमारी पार्टी भारतीय मुसलमानों से बनी है। हम अलग कैसे हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा की विचारधारा के खिलाफ हैं, लेकिन जब आप मेरे देश में आते हैं और मेरे देशवासियों को मारते हैं, तो मेरी भावनाओं के बीच मेरे धर्म का सवाल कहां से आता है।’’
ओवैसी ने विस्तार से बताते हुए कहा कि सभी भारतीय नागरिक एक ही नाव पर सवार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई नाव में छेद कर रहा है, तो हम सब एक साथ डूब जाएंगे। कोई हमें नहीं बचाएगा। यह स्पष्ट है कि हमें हर तूफान से लड़ने के लिए एकजुट रहना होगा। हम अपने मुद्दों को आंतरिक रूप से सुलझा सकते हैं।’’
ओवैसी ने जोर देकर कहा कि भारत को अस्थिर करना, सांप्रदायिक विभाजन को उकसाना और देश के आर्थिक विकास को रोकना पाकिस्तान की अलिखित विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह हमेशा से पाकिस्तानी ‘डीप स्टेट’ और उसकी सेना का मकसद रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी एक घोषित विचारधारा है जो इस बारे में अलिखित है कि वे किस तरह से भारत को अस्थिर कर सकते हैं। वे भारत में नफरत कैसे फैला सकते हैं? भारत की प्रगति को कैसे रोक सकते हैं? वे आज तक इस पर काम कर रहे हैं और कल भी ऐसा ही करते रहेंगे। ये लोग रुकने वाले नहीं हैं।’’
लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि भारत के साथ टकराव में पाकिस्तान द्वारा खुद को इस्लामी देश के रूप में पेश करने पर उसे कड़ा जवाब देना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में करीब 20 करोड़ मुसलमान रहते हैं। यह भी बताना जरूरी है।’’
उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान की चाल बहुत पहले ही समझ लेनी चाहिए थी, जब उसने 1947 में अपनी आजादी के बाद जम्मू कश्मीर में कबायली घुसपैठियों को भेजा था।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को हथियार, प्रशिक्षण और वित्तीय मदद देकर पाकिस्तान मानवता के लिए खतरा बन गया है।
हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का धैर्य जवाब दे गया।
ओवैसी ने कहा कि जो पीड़ा अन्य लोग महसूस कर रहे हैं, वही पीड़ा वह भी महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने पहलगाम में की गई हत्याओं को सबसे बर्बर तरीके से ‘‘सैन्य शैली में की गई हत्या’’ बताया, जिसमें लोगों को इतनी नजदीक से गोली मारी गई कि उनके चेहरे विकृत हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘कल्पना कीजिए कि रिश्तेदारों और उनकी पत्नियों को कितना सदमा पहुंचा होगा।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित था। इस बारे में कोई दूसरी राय कैसे हो सकती है? मुझे बताइए। कोई दूसरी राय कैसे हो सकती है? एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) के पास मौजूद सभी तकनीकी डेटा से पता चलता है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे पाकिस्तानी (सैन्य) प्रतिष्ठान से निर्देश ले रहे थे।’’
ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में भड़के स्वतःस्फूर्त और स्वाभाविक विरोध प्रदर्शनों का हवाला देते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि इस क्षेत्र में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के लिए कोई समर्थन नहीं बचा है।
उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में, यह सरकार, प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्हें इस अवसर का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। आपको पाकिस्तान से जरूर निपटना चाहिए, लेकिन आपको कश्मीरियों को भी अपनाना चाहिए।’’
अगले सप्ताह विश्व के विभिन्न देशों के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के रवाना होने से पहले, ओवैसी ने कहा कि दुनिया को कई आतंकवादी घटनाओं में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में बताया जाना चाहिए, चाहे वह भारतीय एयरलाइन के विमान का अपहरण कर कंधार ले जाने का मामला हो, और कैसे भारत को पाकिस्तानी आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा था, 26 नवंबर 2008 का मुंबई हमला हो, संसद पर हमला और पठानकोट छावनी, उरी और अब पहलगाम में हुई भयावह घटनाएं हों।
भाषा
सुभाष माधव
माधव
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