नई दिल्ली: रविवार को मिली ताजा जानकारी में पता चला है कि पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने कथित रूप से शुक्रवार सुबह पुंछ में दो नागरिकों की हत्या कर दी थी.
जबकि सेना ने पहले कहा था कि वे सीज फायर उल्लंघन में हताहत हुए हैं. सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि हमले के समय नागरिक नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अपने खेतों में काम कर रहे थे.
समाचार एजेंसी एएनआई ने शुक्रवार को सेना के सूत्रों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पांच निहत्थे नागरिकों पर हमला किया था, लेकिन वे भारतीय क्षेत्र में थे.
हमले में दो नागरिक मारे गए थे जबकि दो अन्य को गंभीर चोटें आई थीं. मारे गए नागरिकों की पहचान मोहम्मद असलम और अल्ताफ हुसैन के रूप में की गई थी.
रविवार को सामने आई तस्वीरों से पता चला है कि उनके साथ हाथापाई भी हुई थी.
जब किसी भी तरह की मदद की जरूरत होती है, तो एलओसी के पास रहने वाले अधिकांश नागरिकों ने सेना के पोर्टर्स के रूप में काम किया है.
सेना प्रमुख ने हमले की निंदा की थी
जनरल एम एम नरवणे ने शनिवार को पोर्टर्स की हत्या पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए थे.
उन्होंने 15 जनवरी को सेना दिवस से पहले वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘हम इस तरह के बर्बर कार्यों में लिप्त नहीं हैं. हम एक पेशेवर सैन्य बल के रूप में लड़ेंगे और हम सैन्य रूप से ऐसी सभी स्थितियों से उचित रूप से निपटेंगे.
बॉर्डर एक्शन टास्क फाॅर्स पाकिस्तानी सेना की एक अनौपचारिक इकाई है जो कमांडो और आतंकवादियों दोनों से बना है. यह नियंत्रण रेखा के भारतीय ओर घात लगाने में माहिर है.
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