नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा)ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर की गई बातचीत में पहलगाम हमले को ‘‘बर्बर’’ करार देते हुए आतंकवाद की निंदा की और कहा कि ब्रिटेन इस दुखद घड़ी में भारत के साथ मजबूती के साथ खड़ा है।
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने भी मोदी से फोन पर बात की और सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले से भारत और विदेशों में व्यापक आक्रोश फैल गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि स्टॉर्मर ने भारतीय धरती पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने ‘‘इस बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि ब्रिटेन दुख की इस घड़ी में भारत के लोगों के साथ खड़ा है।’’
दिसानायके ने बातचीत के बाद कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से वह ‘‘गहरे सदमे’’ में हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘श्रीलंका की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा प्रतिबद्धता को व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। हम इस कठिन समय में भारत के साथ खड़े हैं।’’
जायसवाल ने कहा कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने इस ‘कठिन समय’ में भारत के साथ अपने देश की एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद के सभी रूपों एवं तरीकों से लड़ने की साझा प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रवक्ता ने बताया कि शूफ ने पहलगाम में सीमापार से हुए ‘दुखद और अमानवीय’ आतंकवादी हमले पर संवेदना व्यक्त की।
जायसवाल ने कहा, ‘‘उन्होंने इस कायराना कृत्य की कड़ी निंदा की तथा आतंकवाद के सभी रूपों को खारिज कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने समर्थन और एकजुटता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए नीदरलैंड के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है।’’
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने बृहस्पतिवार को मोदी से फोन पर बात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने भी बृहस्पतिवार को भारतीय समकक्ष से बात की थी।
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदमों की घोषणा की, जिनमें पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात सैन्य प्रतिनिधि को अवांछित घोषित करना, 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना और आतंकवादी हमले के सीमापार संबंधों के मद्देनजर अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करना शामिल है।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को सभी भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला किया तथा तीसरे देशों सहित भारत के साथ व्यापार को स्थगित कर दिया।
पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले को भी खारिज कर दिया और कहा कि संधि के तहत पाकिस्तान के जल प्रवाह को रोकने के किसी भी कदम को ‘‘युद्ध की कार्रवाई’’ के रूप में देखा जाएगा।
भाषा धीरज माधव
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