श्रीनगर, 24 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा प्रभावित नहीं होगी।
वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम पर्यटक स्थल से होकर गुजरती है।
वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम प्रमुख आधार शिविरों में से एक है और यह दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर तक जाने वाले पारंपरिक 43 किलोमीटर मार्ग पर पड़ता है।
चौधरी ने ‘पीटीआई वीडियोज’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘अमरनाथ यात्रा एक धार्मिक आयोजन है और जो लोग अमरनाथ यात्रा पर आना चाहते हैं, वे अपनी इच्छा से यहां आएंगे। कुछ लोग केदारनाथ जाते हैं और कुछ लोग बर्फ होने के कारण नहीं जाते… केवल पहलगाम आतंकवादी हमले के कारण (अमरनाथ) यात्रा प्रभावित नहीं होगी।’’
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। मारे गए ज्यादातर लोग पर्यटक थे।
चौधरी ने कहा, ‘‘कश्मीरी खुद ही यात्रा की सुविधा प्रदान करेंगे जैसा कि वे वर्षों से करते आ रहे हैं। मैं समझता हूं कि निर्दोष (पर्यटकों) ने अपनी जान गंवाई है, लेकिन हम यह नहीं भूल सकते कि एक घोड़ा मालिक आदिल जैसे लोग भी हैं, जिन्होंने पर्यटकों को बचाते हुए अपनी जान गंवा दी। जम्मू कश्मीर की संस्कृति समृद्ध है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला एक बहुत बड़ा कृत्य था, लेकिन यह जम्मू कश्मीर में भाईचारे की नींव को हिला नहीं सकता।’’
इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू होगी, जिसका समापन नौ अगस्त को होगा।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चौधरी ने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते थे कि पहलगाम हमले के बाद पर्यटक यहां से चले जाएं। हम चाहते थे कि पर्यटक अपनी योजना के अनुसार अपना दौरा पूरा करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हमने वापस लौटने के इच्छुक पर्यटकों को हरसंभव सहायता प्रदान की है। इन घटनाओं में एक आम कश्मीरी की कोई भूमिका नहीं है, हमने लोगों से कहा है कि वे अपनी सरकारों से कहें कि वे उनके राज्यों में पढ़ाई या काम कर रहे जम्मू कश्मीर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।’’
जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में पाकिस्तान की भूमिका पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद को आत्मचिंतन करना होगा कि जब भी कुछ गलत होता है तो हमेशा उसकी ओर उंगलियां क्यों उठाई जाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को यह समझना होगा कि हमेशा उस पर ही दोष क्यों मढ़ा जाता है..। पाकिस्तान चाहे जितना इनकार कर ले, लेकिन यह सच है कि आतंकवाद की जड़ें वहीं हैं।’’
भाषा यासिर सुरेश
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