चंडीगढ़/कोच्चि, 23 अप्रैल (भाषा) भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने तिरंगे में लिपटे अपने पति के ताबूत को गले लगाकर अंतिम विदाई दी। अंतिम विदाई समारोह में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति की आंखों में आंसू थे।
विनय और हिमांशी का विवाह 16 अप्रैल को हुआ था और दोनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में ‘हनीमून’ के लिए गये थे।
पहलगाम के बैसरन में आतंकवादियों ने हिमांशी के सामने ही विनय की निर्मम हत्या कर दी।
गुरुग्राम की रहने वाली हिमांशी पीएचडी कर रही हैं।
हिमांशी ने कहा, “भगवान उनकी (विनय नरवाल) आत्मा को शांति दे। हमें उन पर हर तरह से गर्व होना चाहिए। और हम उन्हें हर तरह से गौरवान्वित करेंगे।”
नरवाल का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर कश्मीर से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई) लाया गया, जहां से उन्हें हरियाणा के करनाल स्थित उनके पैतृक स्थान ले जाया गया।
हिमांशी ने आईजीआई पर अपने पति नरवाल को सलाम करते हुए कहा, ‘जय हिंद।’
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हवाई अड्डे पर नरवाल (26) को श्रद्धांजलि दी और हिमांशी को सांत्वना देने की भी कोशिश की।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार सुबह नरवाल के दादा को ‘वीडियो कॉल’ किया, जिसमें उनके दादा ने अपराधियों को कड़ी सजा देने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई किए जाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की।
उन्होंने मुख्यमंत्री सैनी से कहा, ‘‘आज मैंने अपना पोता खोया है, ऐसे ही कल किसी और के साथ यह सब बीत सकता है।’’
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित वीडियो में हिमांशी को यह कहते हुए सुना जा सकता हैं, “मैं भेलपुरी खा रही थी और मेरे पति भी वहीं थे। एक व्यक्ति आया और पूछा कि क्या वह मुस्लिम है और जब उसने इनकार किया तो उस व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी।”
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को उनके सहकर्मियों ने एक हंसमुख और समर्पित अधिकारी बताया।
नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, “लेफ्टिनेंट नरवाल हमेशा हंसमुख और अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध रहते थे।”
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के रहने वाले 26-वर्षीय नरवाल 2022 में नौसेना में शामिल होने के बाद पिछले डेढ़ वर्ष से कोच्चि में नौसेना की दक्षिणी कमान में तैनात थे।
नौसेना के प्रवक्ता ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और भारतीय नौसेना के सभी कर्मी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की हमले में मौत से स्तब्ध और दुखी हैं। नरवाल पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले का शिकार हुए।”
पोस्ट में कहा गया है, “हम इस दुख की घड़ी में उनके (नरवाल के) परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। भारतीय नौसेना हिंसा के इस जघन्य कृत्य में जान गंवाने वाले अन्य लोगों के साथ भी एकजुट खड़ी है।”
नरवाल के पड़ोसी नरेश बंसल ने कहा कि अधिकारी की हाल ही में शादी हुई थी।
उन्होंने आतंकी हमले की घटना पर कहा, ‘‘शादी के बाद, हर कोई जश्न मना रहा था और खुश था। और अब अचानक यह दुखद समाचार आया।’’
एक अन्य पड़ोसी सीमा ने बताया कि दिवंगत अधिकारी के घर पर भव्य समारोह हुए थे और न केवल नरवाल परिवार, बल्कि पूरा मोहल्ला शादी के बाद खुशी मना रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘वे स्विट्जरलैंड में हनीमून की योजना बना रहे थे, लेकिन छुट्टियों को देखते हुए कश्मीर जाने का फैसला किया…हम कल्पना नहीं कर सकते कि उनके परिवार पर क्या बीत रही होगी।’’
वहीं सैनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए ‘कायरतापूर्ण’ हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
सैनी ने गुरुग्राम में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम पर्यटकों पर किए गए कायरतापूर्ण और योजनाबद्ध हमले की कड़ी निंदा करते हैं… जिन लोगों ने यह कृत्य किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का केंद्र सरकार का संकल्प दृढ़ है।
नरवाल के पिता राजेश कुमार सरकारी कर्मचारी हैं, मां आशा देवी गृहिणी हैं और छोटी बहन सृष्टि पढ़ाई कर रही है।
भाषा जितेंद्र सुरेश
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