नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बात की तथा शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र के प्रावधानों के तहत दोनों पड़ोसियों के बीच ‘मतभेदों’ के ‘समाधान’ का आह्वान किया।
यहां रूसी दूतावास ने कहा कि लावरोव ने शुक्रवार को जयशंकर से फोन पर बातचीत की।
दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने रूसी-भारतीय सहयोग के सामयिक मुद्दों के साथ-साथ पहलगाम के पास हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में आई खटास के विषय पर भी चर्चा की।’’
बयान में कहा गया है कि लावरोव ने ‘‘1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणापत्र के प्रावधानों के अनुसार द्विपक्षीय आधार पर राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से भारत एवं पाकिस्तान के बीच मतभेदों को सुलझाने का आह्वान किया।’’
दूतावास ने कहा कि मंत्रियों ने उच्चतम स्तर पर आगामी आदान-प्रदान के कार्यक्रम पर भी चर्चा की।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि उन्होंने लावरोव के साथ पहलगाम हमले पर चर्चा की।
उन्होंने लिखा, ‘‘कल रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ मैंने पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके दोषियों, समर्थकों और साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। साथ ही हमने अपनी द्विपक्षीय सहयोग गतिविधियों के बारे में भी बात की।’’
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के लोकप्रिय पर्यटन शहर पहलगाम के पास हुए आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हुई है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) समेत कई वैश्विक शक्तियों ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने का आह्वान किया है और आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की है।
भाषा राजकुमार पारुल
पारुल
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