तिरुवनंतपुरम, सात अगस्त (भाषा) श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की प्रशासनिक और सलाहकार समितियों की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि क्या ‘तहखाना बी’ को खोले जाने के संबंध में हुए विमर्श का ब्योरा दर्ज किया जाए, जो पवित्र माना जाने वाला एक सीलबंद कक्ष है।
एक सूत्र ने बताया कि चूंकि यह मुद्दा अनुष्ठानिक और धार्मिक पहलुओं से जुड़ा है, इसलिए बैठक में आगे कोई कदम उठाने से पहले मंदिर के तंत्री (मुख्य पुजारी) की राय लेने का फैसला किया गया।
बैठक के दौरान राज्य सरकार के प्रतिनिधि ने यह मुद्दा उठाया।
सूत्र ने बताया कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि आधिकारिक रिकॉर्ड में किसी भी स्थिति को औपचारिक रूप देने से पहले तंत्री की राय जरूरी है।
त्रावणकोर राजपरिवार का प्रतिनिधित्व करने वाले राजकुमार आदित्य वर्मा ने बैठक में भाग लिया।
वर्ष 2011 में, तिरुवनंतपुरम स्थित श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के कई भूमिगत तहखानों को पहली बार खोला गया था, जब मंदिर की संपत्तियों को सूचीबद्ध करने के लिए उच्चतम न्यायालय ने आदेश दिया था।
भाषा
शफीक दिलीप
दिलीप
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