नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पूरे 27 घंटे बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने मीडिया को संबोधित किया. मीडिया से बातचीत करते हुए चिदंबरम ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है और न ही मैं आरोपी हूं. चिदंबरम ने कहा कि अगर आपको स्वतंत्रता चाहिए तो आपको स्ट्रगल करना होता है. चिदंबरम ने इस दौरान यह भी कहा, मुझे जीवन और आजादी के बीच चुनने का मौका मिलेगा तो मैं बेहिचक आजादी चुनूंगा.’ उन्होंने कहा, ‘आज़ादी के लिए लड़ना पड़ता है.’
अपनी छोटी सी बातचीत के बाद चिदंबरम सीधे अपने जोर बाग स्थित घर पहुंचे, जहां से सीबीआई उन्हें अपने साथ ले गई. लगभग दो घंटे से अभी तक चले इस ड्रामे के बाद आखिरकार चिदंबरम को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है.सीबीआई उन्हें हेडक्वार्टर ले गई है.
कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन खत्म करने के बाद पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम जैसे ही जोर बाग स्थित अपने घर पहुंचे, थोड़ी ही देर बाद सीबीआई की टीम भी वहां पहुंच गई. घर का दरवाजा बंद था, जिसके बाद सीबीआई अधिकारी दीवार फांद कर चिदंबरम के घर में प्रवेश किए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची.
#WATCH P Chidambaram taken away in a car by CBI officials. #Delhi pic.twitter.com/nhE9WiY86C
— ANI (@ANI) August 21, 2019
क्या कहा चिदंबरम ने अपनी कांफ्रेंस में
कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे चिदंबरम ने कहा, ‘आईएनएक्स मीडिया केस में उनके ऊपर कोई आरोप नही है, पिछले 24 घंटे में उनके बारे में बहुत तरह के भ्रम फैलाए गए.’
‘आईएनएक्स मीडिया मामले में, मुझ पर किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है और न ही मेरे परिवार के किसी अन्य सदस्य पर है. ईडी या सीबीआई द्वारा सक्षम अदालत के सामने कोई चार्जशीट दायर नहीं की गई है.’
चिदंबरम ने कहा, ‘मेरा मानना है कि लोकतंत्र की नींव स्वतंत्रता है, संविधान का सबसे मूल्यवान अनुच्छेद, अनुच्छेद 21 है जो जीवन और स्वतंत्रता की गारंटी देता है.’
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अपनी छोटी सी बातचीत में पी चिदंबरम ने कहा, ‘मैं इस बात से चौंक गया कि मुझ पर कानून से छिपने का आरोप लगाया जा रहा था, जबकि इसके उलट, मैं कानून की सुरक्षा की मांग कर रहा था. मेरे वकील बता रहे हैं कि शुक्रवार को मामलों को सूचीबद्ध किया जाएगा. मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को नमन करता हूं. मैं कानून का सम्मान करता हूं भले ही यह जांच एजेंसियों द्वारा असमानता से लागू किया गया हो.’
जिस समय चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे उनके साथ सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल अभिषेक, मनु सिंघवी समेत कई नेता मौजूद थे. बता दें कि जिस समय चिदंबरम मीडिया से बातचीत कर रहे थे उसी समय सीबीआई की टीम भी चिदंबरम को गिरफ्तार करने पहुंची. मीडिया में आ रही खबरों से पता चला कि जिस समय चिदंबरम ऑफिस में थे तभी मुख्यालय के चारों तरफ दरवाजे बंद कर दिए गए.
सीबीआई और ईडी की निगाह से बचते रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम बुधवार को नाटकीय अंदाज में कांग्रेस मुख्यालय में प्रकट हुए. दिल्ली उच्च न्यायालय से खारिज हो चुकी चिदंबरम की अग्रिम जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली याचिका सूचीबद्ध नहीं किए जाने के कुछ ही घंटों बाद वह पार्टी मुख्यालय पहुंचे.
इससे पहले सुबह में न्यायमूर्ति एन. वी. रमना की अगुवाई वाली पीठ ने चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से मना करते हुए उनकी अंतरिम जमानत याचिका तत्काल सुनवाई के लिए प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के पास भेज दी. दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को चिदंबरम की अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
प्रेस कांफ्रेंस के बाद चिदंबरम अपने घर जोर बाग निकल गए. उसके बाद सीबीआई की टीम उनके घर पहुंची और वहां हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा.
सीबीआई टीम दीवार फांद कर चिदंबरम के घर में घुसी
कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन खत्म करने के बाद पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम जैसे ही जोर बाग स्थित अपने घर पहुंचे, थोड़ी ही देर बाद सीबीआई की टीम भी वहां पहुंच गई. घर का दरवाजा बंद था, जिसके बाद सीबीआई अधिकारी दीवार फांद कर चिदंबरम के घर में प्रवेश किए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची है. चिदंबरम के साथ वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी भी हैं.
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई से इंकार कर दिया और अब इसकी सुनवाई शुक्रवार को होगी.
पी चिदंबरम के वित्तमंत्री कार्यकाल के दौरान उनके पुत्र कार्ति चिदंबरम ने 2007 में आईएनएक्स मीडिया को विदेश से निवेश हासिल करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दिलवाई थी, जिसकी ईडी और सीबीआई जांच कर रही है.
मामले में सीबीआई ने 28 फरवरी, 2018 को कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया था. बाद में उनको जमानत मिल गई. उनके चार्टर्डट अकाउंटेंट एस. भास्कर रमन को भी गिरफ्तार किया गया था, जिनको जमानत पर रिहा कर दिया गया.