भोपाल, 14 जून (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जनसंघ से भाजपा तक के सफर में उनकी पार्टी की संस्कृति और सिद्धांत कभी नहीं बदले हैं, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के पिछले 11 वर्षों में वह इतना कुछ हासिल कर सकी।
शाह ने मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रशिक्षण शिविर में कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीतियों में ‘भारत का सार’ नहीं था, यही कारण था कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू की सरकार छोड़ने और जनसंघ बनाने का फैसला किया था।
केंद्रीय गृह मंत्री ने शनिवार को भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई द्वारा अपने जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के लिए नर्मदापुरम जिले के पर्वतीय पर्यटन कस्बे पचमढ़ी में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के सफर को लेकर कहा, ‘‘जनसंघ से भाजपा तक, न हमारी विचारधारा बदली, और न ही हमारा संकल्प।’’
शाह ने कहा, ‘‘जब आप आत्मनिरीक्षण करेंगे, तो आपको एहसास होगा कि हम अक्सर पार्टी के बजाय अपने लिए ज़्यादा काम करते हैं। अब समय आ गया है कि हम पार्टी के लिए काम करना शुरू करें।’’
उन्होंने जनसंघ की शुरुआत को लेकर कहा कि आजादी के बाद नेहरू ने पूरी तरह से कांग्रेस पर अपना प्रभुत्व जमाया और कांग्रेस की छत्रछाया में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए कई लोग नेहरू सरकार की नीतियों के स्पष्ट होने के बाद कांग्रेस छोड़ कर चले गए।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ कई लोगों को लगा कि देश गलत दिशा में जा रहा है। नेहरू सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों में भारत, उसकी मिट्टी, उसकी प्राचीन संस्कृति, उसके सामाजिक मूल्यों, जीवनशैली और धर्म का सार नहीं था।’’
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