scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशOscar से लेकर वर्ल्ड कप और उत्तरकाशी रेस्क्यू तक — 10 घटनाएं जिसने 2023 में भारतीयों को एकजुट किया

Oscar से लेकर वर्ल्ड कप और उत्तरकाशी रेस्क्यू तक — 10 घटनाएं जिसने 2023 में भारतीयों को एकजुट किया

2023 भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साल रहा. देश ने विज्ञान, सिनेमा, खेल और कूटनीति में काफी प्रगति की.

Text Size:

नई दिल्ली: चाहे सफल अंतरिक्ष मिशन हो, ऑस्कर जीतना हो या वर्ल्ड कप में भारत की हार, साल 2023 में भारत कई ऐसी घटनाओं का गवाह बना, जिसने देश को एक साथ जोड़े रखा.

इस साल भारत ने G20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी की, नए संसद भवन का उद्घाटन किया और हिमालय में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढह जाने के कारण उसमें फंसे 41 मज़दूरों को बचाने के लिए 17 दिवसीय मैराथन अभियान चलाया.

दिप्रिंट 2023 की उन 10 घटनाओं पर नज़र डाल रहा है, जिन्होंने देश का ध्यान अपनी ओर खींचा.

चंद्रयान-3

चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम चंद्रयान ने भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण मोड़ चिह्नित किया.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 2008 में चंद्रयान-1 लॉन्च किया, जिसने चंद्रमा की सतह पर पानी के मोलिक्यूल्स की खोज में मदद की थी.

2019 में चंद्रयान -2 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का पता लगाने के लिए चंद्र रोवर, विक्रम और एक ऑर्बिटर को तैनात करके एक और मील का पत्थर हासिल किया. इस महत्वाकांक्षी परियोजना ने भारत की तकनीकी प्रगति और जटिल अंतरिक्ष अभियानों को शुरू करने की क्षमता को प्रदर्शित किया.

Minister of State and Technology Jitendra Singh (left) and others celebrate as Chandrayaan-3 successfully makes a soft landing on the lunar south pole | ThePrint Photo by Suraj Singh Bisht
राज्य और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह (बाएं) और अन्य लोग चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने पर जश्न मना रहे हैं | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

14 जुलाई को लॉन्च हुए चंद्रयान-3 मिशन में विक्रम लैंडर था, जो प्रज्ञान रोवर को लेकर गया था. 23 अगस्त को अपनी सफल लैंडिंग के साथ, भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया.


यह भी पढ़ें: चेन्नई ने 2015 की बाढ़ से सीखा, लेकिन अतिक्रमण ने इसे चक्रवात के प्रकोप के सामने खड़ा कर दिया


आदित्य एल1

चंद्रमा के बाद भारत का लक्ष्य सूर्य था. इसरो ने 2023 में एक और मील का पत्थर हासिल किया जब 2 सितंबर को, उसने सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली भारतीय अंतरिक्ष आधारित वेधशाला आदित्य-एल1 लॉन्च की.

Rehearsal for the launch of the PSLV-C57/Aditya-L1 Mission | Photo: ANI
PSLV-C57/आदित्य-L1 मिशन के प्रक्षेपण के लिए पूर्वाभ्यास | फोटोः एएनआई

आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर स्थित होगा, जहां यह बिना किसी रुकावट या ग्रहण के लगातार सूर्य का निरीक्षण कर सकता है.

पिछले हफ्ते, आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान पर लगे सौर पराबैंगनी इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी) उपकरण ने सूर्य की पहली पूर्ण-डिस्क तस्वीरें लीं.

उत्तरकाशी सुरंग रेस्क्यू

जहां अंतरिक्ष अभियानों ने देश की वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित किया, वहीं उत्तरकाशी सुरंग बचाव मानवीय क्षमताओं और साहस का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन था.

निर्माणाधीन सुरंग में फंसे कम से कम 41 मजदूरों को तब तक जान जोखिम में डालने वाली परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जब तक रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोग और रैट-माइनर्स की एक टीम उन तक नहीं पहुंच गई. शारीरिक निष्कर्षण से अधिक, बचाव अभियान विपरीत परिस्थितियों पर मानवीय भावना की विजय थी.

File photo of rescue operation underway at Silkyara tunnel | Suraj Singh Bisht | ThePrint
सिल्क्यारा सुरंग में चल रहे बचाव अभियान की फाइल फोटो | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

यह भी पढ़ें: उत्तरकाशी की सुरंग में एक महीने बाद फिर लौट सकते हैं मज़दूर, मलबा हटाने का काम शुरू होना बाकी


नया संसद भवन

भारत के लोकतंत्र को इस साल नए संसद भवन के रूप में एक नया पता मिला.

1,272 लोगों के बैठने की क्षमता वाला नया संसद भवन न केवल पहले के परिसर से अधिक विशाल है, बल्कि अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से भी सुसज्जित है.

प्रत्येक सांसद की सीट के सामने मल्टीमीडिया डिस्प्ले यूनिट्स, बायोमेट्रिक्स, डिजिटल भाषा अनुवाद प्रणाली और एक प्रोग्रामयोग्य माइक्रोफोन नए संसद भवन की कुछ उच्च तकनीक सुविधाओं में से हैं.

Illustration: Soham Sen | ThePrint
चित्रण: सोहम सेन/दिप्रिंट

यह भी पढ़ें: ‘संविधान सभा की बैठक से लेकर 75 सालों के इतिहास तक’, पुराने संसद में अंतिम बैठक में इसे कैसे याद किया गया


भारत ने की G20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी

वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विश्व नेताओं को आमंत्रित करने का समय आ गया था.

भारत ने इस साल सितंबर में तीन दिन तक जी20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेज़बानी की, जिसके दौरान दुनिया भर के नेता आर्थिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य पर चर्चा करने के लिए नई दिल्ली में एकत्र हुए.

एक दुर्लभ घटना में संयुक्त घोषणा को रूस या पश्चिम की ओर से बिना किसी आपत्ति के सर्वसम्मति से अपनाया गया, जो भारतीय कूटनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण था.


यह भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 से लेकर G20 तक, भारत कश्मीर को लेकर सही पाले में है, अब बस अंतिम निशान लगाना बाकी


वर्ल्ड कप 2023

अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में दर्शक और उनके टेलीविज़न स्क्रीन के सामने लाखों लोग नवंबर में रविवार की शाम को शोक में एकजुट थे, जब भारत आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया.

तमाम आंसुओं, गुस्से और मैच के बाद के विश्लेषण के बीच, जिसमें पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर वसीम अकरम की मध्यक्रम की आलोचना भी शामिल थी, भारतीय टीम के लिए समर्थन के अनगिनत संदेश भी आए, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी शामिल थ, जिन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा: “हम आज और हमेशा आपके साथ खड़े हैं.”

Indian players during the post-match presentation after Australia beat India by 6 wickets in the ICC Men's Cricket World Cup 2023 final. | ANI
आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत को 6 विकेट से हराने के बाद मैच के बाद प्रस्तुति के दौरान भारतीय खिलाड़ी | एएनआई

यह भी पढ़ें: डियर इंडियंस, सबसे पहले तो आपको क्रिकेट से बाहर भी सोचना होगा, आपने इसे ‘टू मच ग्लोरिफाई’ कर दिया है


एशियाई खेल

लेकिन एशियाई खेलों में भारत की सफलता ने महाद्वीपीय मंच पर देश की एथलेटिक शक्ति का प्रदर्शन किया. रिकॉर्ड तोड़ 107 पदकों के साथ, चीन के हांगझू में 2023 एशियाई खेलों में भारत का प्रदर्शन अब तक का सर्वश्रेष्ठ था.

Avinash Sable in Hangzhou. He became the first Indian man to win the gold medal in 3000m steeplechase at the Asian Games | ANI Photo
हांग्जो में अविनाश सेबल. वह एशियाई खेलों में 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बने | एएनआई

अन्य एशियाई खेलों के संस्करणों की तुलना में इस वर्ष देश के पदकों का हिस्सा 2010 में 12 से बढ़कर 2023 में 29 हो गया. हालांकि, भारत ने कुल मिलाकर अच्छा प्रदर्शन किया, एथलेटिक्स उनके अभियान का सबसे उल्लेखनीय पहलू था.


यह भी पढ़ें: ‘मैं भारत का गौरव हूं’, द एलीफैंट व्हिस्परर्स की ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा ने 2010 में ये क्यों कहा था


भारत की ऑस्कर जीत

मनोरंजन उद्योग ने भी 2023 में कई चीज़ें पहली बार देखीं.

भारत ने 95वें अकादमी पुरस्कार में पहली बार दो ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया.

दीपिका पादुकोण ने तेलुगु फिल्म आरआरआर के सर्वश्रेष्ठ मूल गीत, नाटू-नाटू के विजेता की घोषणा की, जो ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाला किसी भारतीय प्रोडक्शन का पहला गाना था.

संगीतकार एमएम कीरावनी और गीतकार चंद्रबोस ने लॉस एंजिल्स में 95वें अकादमी पुरस्कारों में फिल्म आरआरआर के पावर-पैक गाने 'नाटू-नाटू' के लिए 'ओरिजिनल सॉन्ग' के लिए ऑस्कर जीता | एएनआई
संगीतकार एमएम कीरावनी और गीतकार चंद्रबोस ने लॉस एंजिल्स में 95वें अकादमी पुरस्कारों में फिल्म आरआरआर के पावर-पैक गाने ‘नाटू-नाटू’ के लिए ‘ओरिजिनल सॉन्ग’ के लिए ऑस्कर जीता | एएनआई

कार्तिकी गोंसाल्वेस और गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री द एलिफेंट व्हिस्परर्स ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट का पुरस्कार जीता, जो किसी भारतीय प्रोडक्शन के लिए पहला ऑस्कर बन गया.

शाहरुख की फिल्में

शाहरुख खान वह गोंद रहे हैं जो सभी उम्र के भारतीयों को जोड़ता है और 2023 भी इससे अलग नहीं था. साल की दो सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर हिट, ‘पठान’ और ‘जवान’ देकर, अभिनेता ने भारतीयों को एकजुट करने की सिनेमा की क्षमता को बिना किसी संदेह के साबित कर दिया.

अमृतपाल की गिरफ्तारी

स्वयंभू उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसकी भागदौड़ ने न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश को खतरे में डाल दिया.

इसकी शुरुआत दुबई से लौटे सिख अलगाववादी द्वारा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक सहयोगी को छुड़ाने के लिए एक पुलिस थाने पर हमला करने से हुई.

इसके बाद देश भर में तलाशी अभियान चलाया गया, जिसकी परिणति अप्रैल में उसकी गिरफ्तारी के रूप में हुई.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: खालिस्तान की मांग करता अमृतपाल क्यों सिर उठा रहा है और सरकार क्यों सरेंडर कर रही है?


 

share & View comments