नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिक्त स्नातकोत्तर मेडिकल सीट को भरने के लिए, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) को नीट-स्नातकोत्तर 2021 के लिए सभी श्रेणियों में कट ऑफ को 15 पर्सेन्टाइल तक कम करने का निर्देश दिया है।
एनबीई की कार्यकारी निदेशक मीनू बाजपेयी को लिखे पत्र में, चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) के सदस्य सचिव बी श्रीनिवास ने कहा, ‘‘उचित चर्चा और विचार-विमर्श के बाद, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एनएमसी के साथ परामर्श से कट-ऑफ को सभी श्रेणियों में 15 पर्सेंटाइल कम करने का निर्णय लिया गया है। यानी सामान्य वर्ग के लिए क्वालिफाइंग पर्सेंटाइल को घटाकर 35वां पर्सेंटाइल, पीएच (सामान्य) के लिए 30 पर्सेंटाइल और आरक्षित श्रेणी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए 25 पर्सेंटाइल किया जा सकता है।’’
श्रीनिवास ने कहा, ‘‘उपरोक्त के मद्देनजर, आपसे अनुरोध है कि कृपया संशोधित परिणाम घोषित करें और नए योग्य उम्मीदवारों के संशोधित परिणाम डेटा जल्द से जल्द अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में भेजें।’’
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, अखिल भारतीय कोटा काउंसलिंग के दो दौर और राज्य कोटा की काउंसलिंग के दो दौर के बाद भी लगभग 8,000 सीट खाली रहने के मद्देनजर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के परामर्श से यह निर्णय लिया गया।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘इस कदम का उद्देश्य सीट की बर्बादी को रोकना है। पर्सेंटाइल में इस कमी के साथ लगभग 25,000 नए उम्मीदवार चल रहे काउंसलिंग के मॉप राउंड में भाग ले सकते हैं।’’
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातकोत्तर), या नीट-पीजी (स्नातकोत्तर) चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
भाषा अमित दिलीप
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