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Saturday, 21 December, 2024
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किसानों को समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे विपक्षी दल के नेता, किलेबंदी पर कहा- ऐसा तो पाकिस्तान के बॉर्डर पर भी नहीं

सिअद नेता हरसिमरत कौर ने कहा गाज़ीपुर बॉर्डर जा रही हैं जहां पर किले,13 लेवल की बैरिकेडिंग की गई है, इतना तो हिंदुस्तान के अंदर पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है.

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नई दिल्ली: विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में संसद से लेकर सड़क तक विरोध जताया है. आठ-दस विपक्षी दल गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मिलने पहुंचे हैं जहां किसानों को रोकने के लिए काफी सख्त कटीली बैरिकेडिंग की गई है.

कृषि कानूनों के मुद्दे पर भाजपा से अलग हुई सिअद नेता हरसिमरत कौर ने कहा हम आठ-दस पार्टियां किसानों से मिलने गाज़ीपुर बॉर्डर जा रही हैं जहां पर किले,13 लेवल की बैरिकेडिंग की गई है, इतना तो हिंदुस्तान के अंदर पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है. हमें संसद में भी इस मुद्दे को उठाने का मौका नहीं दिया जा रहा है जो कि सबसे अहम मुद्दा है.

कौरन ने कहा कि यहां 3 किलोमीटर तक बैरिकेडिंग लगी हुई हैं. ऐसे में किसानों की क्या हालत हो रही होगी. हमें भी यहां रोका जा रहा है हमें भी उनसे मिलने नहीं दे रहे.

वहीं दूसरी तरफ रामपुर जा रही प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले की गाड़ियां हापुड़ रोड पर आपस में टक्करा गईं. इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ. वह किसान ट्रैक्टर रैली में मारे गए किसान नवरीत सिंह के परिजनों से मुलाकात करेंगी.

सांसदों को प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने गाजीपुर जाने से रोका गया

केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात करने जा रहे दस विपक्षी दलों के 15 सांसदों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गाजीपुर सीमा पर जाने से रोका दिया . एक नेता ने यह जानकारी दी.

प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने जा रहे 15 सांसदों के समूह में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) , द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य दलों के सांसद शामिल थे.

शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि नेताओं को अवरोधकों को पार करने और प्रदर्शन स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी गई.

हरिसमरत के अलावा राकांपा सांसद सुप्रिया सुले, द्रमुक से कनिमोई और तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय इस समूह का का हिस्सा थे. नेशनल कॉन्फ्रेंस, रेव्ल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और इंडिनय यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सदस्य भी इसमें शामिल थे.

इससे पहले बुधवार को संसद में एक चर्चा के दौरान अनेक विपक्षी दलों ने सरकार से तीनों विवादित कानूनों को वापस लेने और प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ ‘दुश्मनों’’ जैसा वर्ताव नहीं करने की अपील की थी.

दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कायम है और यह अहम प्रदर्शन स्थलों में से एक है और यहां हजारों की संख्या में किसान केन्द्र से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर डेरा डाले हुए हैं.

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 69वें दिन भी जारी है.

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