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मंगलवार, 3 जून, 2025
होमदेशआपातकाल की बरसी के अवसर पर विशेष सत्र को लेकर विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा: मेघवाल

आपातकाल की बरसी के अवसर पर विशेष सत्र को लेकर विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा: मेघवाल

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नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह आपातकाल की 50वीं बरसी के अवसर पर संसद का विशेष सत्र आयोजित करने के बारे में लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे उस अवधि पर चर्चा नहीं करना चाहते जब संविधान को ‘तोड़ा-मरोड़ा’ गया था।

मेघवाल ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा कि यह संसद सत्र का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि आपातकाल लागू होने की 50वीं बरसी पर लोगों को यह जानना चाहिए कि संविधान को किसने तोड़ा और इसके साथ ‘तोड़-मरोड़’ की।

मंत्री ने कहा कि यह लोगों को बताना होगा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को पलटने के लिए किस तरह संशोधन लाया गया और सत्ता में बने रहने के लिए किस तरह संविधान को तोड़ा-मरोड़ा गया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह संसद सत्र का विषय नहीं है। जब अवसर आएगा (25 जून को) तो लोगों को पता चल जाएगा। लेख लिखे जाएंगे, लोग बोलेंगे… वे चाहते हैं कि कोई भी आपातकाल के खिलाफ न बोले, यह (संसद) सत्र का सवाल नहीं है।’’

कांग्रेस समेत कई दलों ने दावा किया है कि सरकार आपातकाल लागू होने की बरसी मनाने के लिए संसद का दो-दिवसीय सत्र बुलाने की योजना बना रही है।

केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि 25 जून को हर साल ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को आपातकाल लगाया था।

भाषा संतोष सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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