आइजोल, 23 फरवरी (भाषा) मिजोरम विधानसभा में बुधवार को विपक्षी कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के सदस्यों ने स्पीकर लालरिनलियाना सेलो द्वारा सत्र की अध्यक्षता किए जाने के विरोध में सदन से वॉकआउट किया।
विपक्षी सदस्यों ने यह कहते हुए वॉकआउट किया कि सेलो विधानसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करने के लिए ‘उपयुक्त नहीं’ हैं। उन्होंने सेलो पर सरकारी ठेकों में ‘हिस्सेदारी रखने और मुनाफा कमाने’ का आरोप लगाया।
सेलो ने बुधवार को सत्र की अध्यक्षता करने के लिए जैसे ही आसन संभाला, जेडपीएम विधायक दल के नेता लालदुहोमा ने उन्हें रोका और बताया कि अगर वह सदन की अध्यक्षता करेंगो तो जेडपीएम व कांग्रेस के सभी सदस्य वॉकआउट करेंगे।
इससे पहले मंगलवार को लालदुहोमा और कांग्रेस विधायक दल के नेता जोडिंटलुआंगा ने मुख्यमंत्री जोरमथंगा को संयुक्त रूप से पत्र लिखकर सेलो को हटाने और डिप्टी स्पीकर को बजट सत्र की कार्यवाही की अध्यक्षता सौंपने की मांग की थी।
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि सेलो ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत ठेके के काम में मुनाफा साझा किया है।
उन्होंने स्पीकर पर अन्य सरकारी अनुबंधों में हिस्सेदारी रखने का भी आरोप लगाया था।
पत्र में विपक्षी नेताओं ने लिखा था, ‘हमारी राय में स्पीकर विधानसभा सत्र की कार्यवाही की अध्यक्षता करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं और उनके अधीन कार्यवाही के संचालन का मतलब सम्मानित सदन की अखंडता व प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना होगा।’
सेलो टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।
40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के 28, जबकि जेडपीएम के छह, कांग्रेस के पांच और भाजपा का एक सदस्य है।
इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता लल्लियांचुंगा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कांग्रेस और जेडपीएम के विधायक दल अपनी भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बैठक करेंगे और फैसला लेंगे कि उन्हें सेलो की अध्यक्षता में अगली कार्यवाही में हिस्सा लेना है या नहीं।
भाषा पारुल नरेश
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