धर्मशाला, 21 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने शनिवार को 1,094 प्राथमिक स्कूलों सहित 1,865 संस्थानों को बंद करने के मुद्दे पर हिमाचल विधानसभा से बहिर्गमन किया और इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के कांग्रेस सरकार द्वारा विमुक्त, अधिसूचित और खोले गए संस्थानों के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में बंद किए गए संस्थानों के बारे में जानकारी साझा की।
सुक्खू के जवाब के बाद हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कई विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर शिक्षा का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
सुक्खू ने कहा कि सरकार इन संस्थानों को तभी खोलेगी जब इसकी जरूरत होगी, जिसके बाद भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी की और सदन से बहिर्गमन किया।
जब ठाकुर ने पिछले दो वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के 22वें स्थान पर खिसक जाने पर आपत्ति जताई तो सुक्खू ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी तो हिमाचल प्रदेश पहले ही 21वें स्थान पर था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों को बंद करने का निर्णय गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ सहित भाजपा शासित राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों के अनुरूप है।
सुक्खू ने दावा किया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पर्याप्त बुनियादी ढांचे, स्टाफ और बजट आवंटन के बिना 1,875 संस्थान खोले।
उन्होंने यह भी दावा किया कि शून्य या न्यूनतम नामांकन वाले स्कूलों को बंद करने से स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की संख्या नहीं बढ़ेगी, क्योंकि छात्रों को पास के स्कूलों में जाने के लिए सहायता दी जाएगी और सरकार उनके 5,000 रुपये तक के खर्च का वहन करेगी।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि 2,000 शिक्षकों की नियुक्ति के साथ एकल शिक्षक स्कूलों की संख्या 3,400 से घटकर 2,600 हो गई है।
‘स्पीकर’ ने भाजपा के बहिर्गमन को अनुचित और गैर जिम्मेदाराना बताया।
भाषा योगेश माधव
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