नई दिल्ली : संसद मानसून सत्र शुरू होने के बाद से मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार व्यवधानों का सामना कर रहा है और सोमवार को फिर से कांग्रेस सांसदों ने संकट से जूझ रहे राज्य की स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है.
#WATCH | Delhi: Congress MP Manish Tewari says, "The law must take its own course but there is a distinction between what is going on in Manipur and what has happened in other parts of the country…For the past 77-78 days there has been continuing, unabated violence. The state… pic.twitter.com/mJcIAy6HV6
— ANI (@ANI) July 24, 2023
कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर और मनीष तिवारी ने पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है, जिसमें राज्य में “चल रहे जातीय संघर्ष” के संबंध में चर्चा के लिए शून्यकाल, प्रश्नकाल और दिन के बाकी कामों को निलंबित करने के लिए कहा गया है.
मणिपुर हिंसा पर हंगामे के बीच 20 जुलाई को मानसून सत्र शुरू हुआ, विपक्ष ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से “सदन के बाहर नहीं, अंदर” बयान देने की मांग की है.
इससे पहले रविवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह संसद की कार्यवाही से भाग रहा है.
मीडिया से बात करते हुए ठाकुर ने कहा था, “सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष इससे बच रहा है. वे संसद की कार्यवाही से भी भाग रहे हैं. उनकी मजबूरी क्या है? वे सुर्खियों में रहना चाहते हैं लेकिन चर्चा में नहीं आना चाहते.”
इस बीच, विपक्षी दलों का गठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) आज संसद में विरोध प्रदर्शन करेगा. इसके जवाब में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी राजस्थान और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ अन्य राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहा है.
#WATCH | Delhi: BJP Rajasthan MPs along with senior leaders hold a protest in front of the Gandhi statue. The protest is against issues of rising atrocities and crime against women in the state. pic.twitter.com/ruyKBbsZEM
— ANI (@ANI) July 24, 2023
हाल ही में मणिपुर के वीडियो ने जहां देश आक्रोश पैदा किया है, वहीं पश्चिम बंगाल में दो आदिवासी महिलाओं को नग्न करने, प्रताड़ित करने और पीटने की एक और घटना सामने आई, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया.
इससे पहले 20 जुलाई को बंगाल बीजेपी के सांसदों ने बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया था.
21 जुलाई को राजस्थान बीजेपी ने राजस्थान के जोधपुर में हॉरर किलिंग के अलावा महिलाओं पर लगातार हो रहे अत्याचारों के खिलाफ गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर उनके रिकॉर्ड को लेकर भाजपा शुक्रवार को आक्रामक हुई है और उसने क्रमश: तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल और राजस्थान सरकारों पर हमला बोला.
भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह कहते हुए रो पड़ीं थीं कि क्या इन राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों पर तभी ध्यान दिया जाएगा जब ऐसी घटनाओं को रिकॉर्ड करने वाले वायरल वीडियो होंगे.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भी एक अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ इसी तरह के अपराधों पर प्रकाश डाला.
वहीं दूसरी तरफ, विपक्ष लगातार मणिपुर हिंसा और मणिपुर में वायरल हुए वीडियो, जिस तरह से वहां महिलाओं पर अत्याचार किया गया, उसे लेकर सदन में चर्चा की मांग कर रहा है.
सूत्रों ने शनिवार को कहा था कि इसके बाद, सदन के पटल पर रणनीति तैयार करने के लिए I.N.D.I.A के नेता आज संसद में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में मिलेंगे.
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही में मणिपुर की स्थिति हावी रही और विपक्ष ने केंद्र से इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की गई.
मणिपुर मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा को दिनभर के स्थगन का सामना करना पड़ा था. दोनों सदनों में गुरुवार और शुक्रवार को कोई महत्वपूर्ण कामकाज नहीं हो सका क्योंकि विपक्षी सांसदों ने अल्पकालिक चर्चा के सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
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