नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी सुनील आंबेकर ने बुधवार को कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक ‘स्पष्ट संदेश’ देने के लिए आवश्यक था कि भारत छत्रपति शिवाजी और अहिल्याबाई होल्कर जैसे वीरों का देश है।
आरएसएस के राष्ट्रीय मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख यहां साहित्य अकादमी में ‘लोकमाता, देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन एवं विरासत’ नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आंबेकर ने कहा कि भारत आज ऐसे मोड़ पर है, जहां वह आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए व्यापार भी बहुत महत्वपूर्ण है। देश में शांति एवं एकता बनाए रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसी तरह पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भी जरूरी था।’’
आंबेकर ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट संदेश देना महत्वपूर्ण है कि हमारे पास छत्रपति शिवाजी महाराज और अहिल्याबाई जैसी बहादुर महिलाओं की विरासत है। आप हमारे देश में आकर महिलाओं के माथे का सिंदूर नहीं मिटा सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अनुमति नहीं है। यह नया भारत है।’’
भाषा संतोष माधव
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