नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने मानसून सत्र से पहले जून में संसद का विशेष सत्र बुलाने की बुधवार को मांग की।
मानसून सत्र जुलाई में होने की संभावना है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद से विपक्षी दल संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में सांसदों को जानकारी देने के लिए आयोजित सर्वदलीय बैठक में भी यह मांग उठाई गई थी।
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस की उपनेता सागरिका घोष ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी पहलगाम हमले के बाद और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सरकार के साथ खड़ी रही और विदेश भेजे गए सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का भी समर्थन किया।
घोष ने कहा, ‘‘सरकार को पूर्ण समर्थन देने के बाद हम अब सांसद कपिल सिब्बल की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग का समर्थन करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि मानसून सत्र से पहले जून में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाए।’’
तृणमूल नेताओं ने कहा कि संसद के विशेष सत्र के वास्ते दबाव बनाने के लिए विपक्षी दल मिलकर काम कर रहे हैं।
राज्यसभा में तृणमूल के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम संसद के विशेष सत्र की मांग पर मिलकर काम कर रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं।’’
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत छह और सात मई की मध्य रात्रि को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारत ने पाकिस्तानी प्रयासों का कड़ा जवाब दिया।
भाषा खारी नरेश
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