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सोमवार, 26 मई, 2025
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ऑपरेशन सिंदूर: राजनाथ ने सैन्य तैयारियों में रक्षा उद्योग की भूमिका को सराहा

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नयी दिल्ली, 26 मई (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की तैयारियों को प्रदर्शित करने वाले प्लेटफॉर्म और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में डीपीएसयू सहित पूरे रक्षा उद्योग की भूमिका की सराहना की।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड सहित आठ प्रमुख डीपीएसयू के प्रमुखों ने ‘वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार द्वारा रखे गए इक्विटी शेयरों पर 2,138 करोड़ रुपये के अंतरिम लाभांश के चेक प्रस्तुत किए’।

सिंह ने नई दिल्ली में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के सीएमडी डी के सुनील से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 1,197.75 करोड़ रुपये का पहला अंतरिम लाभांश चेक प्राप्त किया।

इस अवसर पर मंत्रालय में सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार भी मौजूद थे। सिंह ने यहां साउथ ब्लॉक में आठ रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) के सीएमडी के साथ समीक्षा बैठक की।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने प्लेटफॉर्म और तकनीक विकसित करने में डीपीएसयू सहित पूरे रक्षा उद्योग की भूमिका की सराहना की, जिसने ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की तैयारियों को प्रदर्शित किया’।

रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार रक्षा औद्योगिक आधार को मजबूत करने और डीपीएसयू की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

मौजूदा भू-राजनीतिक परिदृश्य और हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए, सिंह ने डीपीएसयू को आधुनिक युद्ध के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देने के साथ नवीनतम तकनीकों पर अपने उत्पादन को बढ़ाने का निर्देश दिया।

बैठक के दौरान, सचिव (रक्षा उत्पादन) ने डीपीएसयू के विकास के आंकड़े प्रस्तुत किए।

इसमें कहा गया है, ‘वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उत्पादन का मूल्य 1,40,000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है, जिसमें से लगभग 78 प्रतिशत का योगदान डीपीएसयू द्वारा किया जाएगा।’ सिंह ने डीपीएसयू द्वारा उत्पादन के मूल्य में वृद्धि की सराहना की, हालांकि, उन्होंने सशस्त्र बलों के साथ-साथ अपने अन्य ग्राहकों को उत्पादों की समय पर आपूर्ति पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उनका आह्वान किया।

उन्होंने निर्यात बढ़ाने में डीपीएसयू की भूमिका पर जोर दिया और उन्हें अपने उत्पादों के बेहतर विपणन पर अपना ध्यान बढ़ाने का निर्देश दिया।

रक्षा मंत्री ने महारत्न का दर्जा मिलने पर एचएएल और नवरत्न का दर्जा मिलने पर मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड को बधाई दी।

भाषा वैभव माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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