नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) सामरिक विशेषज्ञों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बुधवार को कहा कि पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारत के मिसाइल हमले पहलगाम हमले की एक ‘‘नपी-तुली प्रतिक्रिया’’ थी, जिसका संदेश यह था कि ‘‘बस, बहुत हो गया।’’
इटली में पूर्व राजदूत के.पी. फैबियन ने अनुमान लगाया कि पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई हो सकती है, हालांकि उम्मीद जताई कि स्थिति और नहीं बिगड़ेगी।
पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों की पीड़ा और नयी दिल्ली के इस बयान का हवाला देते हुए कि बुधवार को किसी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया, फैबियन ने कहा कि इस दृष्टिकोण से ‘‘भारत ने वही किया है जो उचित है।’’
फैबियन ने ‘पीटीआई-भाषा’ कहा कि पाकिस्तान की ओर से सैन्य जवाबी कार्रवाई की संभावना हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी भी सवाल बना हुआ है कि पाकिस्तान इसे किस तरह से देखेगा। आगे की प्रगति पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगी, जिसके लिए हमें इंतजार करना होगा।’’
अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भारत की कार्रवाई का समर्थन किया और उम्मीद जताई कि स्थिति और नहीं बिगड़ेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत ने इस मामले में बहुत संयम दिखाया है। वह पाकिस्तान पर अंधाधुंध और बेतहाशा हमला कर सकता था। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।’’
श्री थानेदार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हमलों के लिए जगह इसलिए चुनी गई क्योंकि वहां आतंकवादी ठिकाने थे। उन्होंने कहा कि ऐसे में पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई सामने नहीं आनी चाहिए।
इजराइल के महावाणिज्य दूत कोब्बी शोशनी ने मुंबई में ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘भारत को अपनी रक्षा करने का अधिकार है और यह भारत के निर्दोष लोगों पर आतंकवादी हमले के खिलाफ आत्मरक्षा की कार्रवाई थी।’’
भाषा शफीक नेत्रपाल
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