कानपुर, 30 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को दुनिया को ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत का एहसास कराने का जरिया बताते हुए शुक्रवार को कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की सफलता का एक बेहतरीन उदाहरण है।
आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कानपुर में 47,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट करके भारत की सेना ने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया और भारत की सुरक्षा को पुष्ट करने का उदाहरण प्रस्तुत किया। यह प्रधानमंत्री द्वारा 10 वर्ष पूर्व प्रारंभ किए गए ‘मेक इन इंडिया’ की उस ताकत का भी एहसास दुनिया को कराता है।’
उन्होंने कहा, ‘जो इस बार ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से दुनिया ने देखा है, यह आत्मनिर्भर भारत की सफलता का भी एक बेहतरीन उदाहरण है।’
आदित्यनाथ ने कहा, ‘देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए दुश्मनों को वह जिस भाषा में समझे, उसी भाषा में पहले सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से, फिर एयर स्ट्राइक के माध्यम से और अब ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से जवाब दिया गया। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में भारत की सेना के शौर्य और पराक्रम के कारण आज पूरी दुनिया भारत के शक्ति और सामर्थ्य को एक उदाहरण के रूप में मान रही है।’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री का यह कथन कि ऑपरेशन सिंदूर न्याय का एक अटूट संकल्प है, यह हर भारतीय की दिल की भावना और देश के दृढ़ निश्चय को भी दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी के यशस्वी मार्गदर्शन और नेतृत्व में हर भारतवासी गौरव की अनुभूति करता है। आज उसकी एक झलक इस कानपुर में एक साथ 47,600 करोड़ रुपये की इन परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के अवसर पर भी हम सबको देखने को मिल रही है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का ऊर्जा उत्पादन एक नए उदाहरण को प्रस्तुत करते हुए दिखाई दे रहा है। आज एक साथ प्रधानमंत्री द्वारा कानपुर के पनकी में, घाटमपुर में, एटा के जवाहरपुर में, सोनभद्र के ओबरा में और बुलंदशहर के खुर्जा में कुल पांच ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया गया।
योगी ने कहा कि यह ऊर्जा संयंत्र नये भारत के नये उत्तर प्रदेश की उस तस्वीर को प्रस्तुत करते हैं जो प्रधानमंत्री मोदी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह वही उत्तर प्रदेश है जिसमें 2017 से पहले मात्र 15,000 मेगावाट बिजली उत्पादन हो पाता था। आज इस राज्य में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में अब हम लोगों की क्षमता लगभग 25,000 मेगावाट तक पहुंची है।’
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सलीम, रवि कांत रवि कांत
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