बेंगलुरु, 24 जून (भाषा) कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले के अलीपुर गांव के 51 लोग ईरान से सुरक्षित लौट आए हैं, जहां वे ईरान-इजराइल संघर्ष के चलते फंसे हुए थे। यह वापसी भारत सरकार के ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत हुई है।
इन 51 लोगों में से पहला जत्था मंगलवार को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा।
ईरान से लौटे छात्र मीर आसिफ ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, “वहां डर का माहौल था, लेकिन अब हम घर आकर खुश हैं।”
वहीं, पिछले छह वर्षों से ईरान में रह रहे इस्लामिक अध्ययन के छात्र सैयद मोहम्मद रजी ने बताया, “तेहरान में बहुत कुछ हो रहा था, लेकिन हमारे शहर में स्थिति सामान्य थी।”
दोनों ने भारत सरकार और कर्नाटक सरकार को सुरक्षित वापसी के लिए धन्यवाद दिया।
एक अन्य छात्र सैयद अशरफ ने बताया कि उन्होंने और उनके चार पारिवारिक सदस्यों ने लौटने का फैसला किया, हालांकि जहां वे रह रहे थे वहां हालात सामान्य थे। उन्होंने कहा, “लेकिन पूरे देश में स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए हम खुश हैं कि सरकार ने हम सबको वापस बुलाया।”
अलीपुर गांव शिया मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, जो ईरान के साथ मजबूत सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों के लिए जाना जाता है। गांव से 100 से अधिक लोग ईरान गए थे, जिनमें अधिकतर छात्र थे, जबकि कुछ अपने परिवार से मिलने या व्यापार के सिलसिले में गए थे।
इजराइल द्वारा ईरान पर बमबारी के बाद, ईरान में फंसे अलीपुर के लोगों को सुरक्षित इलाकों में स्थानांतरित किया गया था। आने वाले दिनों में अलीपुर से और लोगों की भारत वापसी की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ‘पूर्ण एवं समग्र युद्ध विराम’ का आह्वान किए जाने के बावजूद, ईरान-इजराइल संघर्ष क्षेत्र में भारतीय नागरिकों के लिए अनिश्चितता पैदा कर रहा है, जिससे ‘ऑपरेशन सिंधु’ को जारी रखने की मांग बढ़ रही है।
भाषा राखी माधव
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