उन्नाव: उन्नाव के पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर, पीट-पीटकर मार डाले गए 18 वर्षीय सब्ज़ी विक्रेता, फैसल हुसैन के परिवार का कहना है, कि वो उनका अकेला कमाने वाला था, और 12 साल की उम्र से ये काम कर रहा था.
हुसैन को पुलिस ने कथित रूप से शुक्रवार को, उन्नाव के बंगारमऊ- इलाक़े में, सब्ज़ी मंडी स्थित उसकी दुकान से, कोविड-19 लॉकडाउन नियमों की अवहेलना के आरोप में उठा लिया था.
फैसल के परिवार का आरोप है, कि पुलिस ने उसकी पिटाई की, और उसे थाने ले गई, जहां बाद में वो मृत पाया गया.
फैसल के कज़िन सलमान ने दिप्रिंट को बताया, ‘फैसल सिर्फ बाज़ार में सब्ज़ियां बेच रहा था. एक पुलिस वाला आया और कुछ बहस होने के बाद, उसने फैसल को थप्पड़ मार दिया’. फिर उन्होंने उसे खींचकर अपनी बुलेट (बाइक) पर बिठाया, और पुलिस थाने ले गए, जहां उन्होंने उसे पीट-पीटकर मार डाला’.
सब्ज़ी मंडी के एक सब्ज़ी विक्रेता ने, नाम न बताने की शर्त पर बताया, ‘फैसल नमाज़ के बाद मंडी आया था. पुलिस ने उसकी पिटाई की, और उसे थाने ले गई, जहां उसकी मौत हो गई. उसके दोस्त सरताज ने हमें बताया, कि थाने में उसे (फैसल) बुरी तरह यातनाएं दी गईं. हमसे उस वारदात की ख़बर मिलने के बाद, सूफियान (छोटा भाई) और सरताज अस्पताल गए’.
स्थानीय लोगों और फैसल के परिवार वालों ने, पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए, उन्नाव-बंगारमऊ-हरदोई मार्ग को बाधित कर दिया, जिसके बाद सिपाहियों विजय चौधरी और सीमावत, तथा होम गार्ड सत्य प्रकाश के खिलाफ, शुक्रवार को हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया.
परिवार का अकेला कमाने वाला
फैसल के परिजनों ने दिप्रिंट को बताया, कि वो परिवार में कमाने वाला एक मात्र सदस्य था. उसके दो भाई और दो बहनें हैं.
फैसल की बहन ख़ुशनुमा ने दिप्रिंट को बताया, कि उनका भाई 12 साल की उम्र से सब्ज़ियां बेच रहा है, चूंकि उनके पिता शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं.
उसने आगे कहा, ‘वो दिन भर में मुश्किल से 300-400 कमा पाता था. वो सिर्फ धनिया, नींबू, हरी मिर्च, और अदरक बेचता था’
परिवार अब उत्तर प्रदेश सरकार से, 1 करोड़ रुपए मुआवज़े की मांग कर रहा है.
‘मेरे परिवार का अब कौन ख़याल करेगा? हम सात सदस्य हैं जो एक छोटे से घर में रह रहे हैं’.
फैसल की मां नसीम बानो ने दिप्रिंट से कहा, ‘मेरे पति और बड़े बेटे का इलाज चल रहा है. परिवार की ख़स्ता माली हालत के चलते, फैसल ने सब्ज़ी बेचनी शुरू करी थी. उसने अपनी स्कूली पढ़ाई भी जल्दी ही छोड़ दी थी’.
ख़ुशनुमा ने कहा, ‘भाई हमारे परिवार में अकेला सदस्य था, जिसकी पढ़ाई में बहुत दिलचस्पी थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति की वजह से, उसने अपनी पढ़ाई छोड़ दी’. उसने आगे कहा, ‘उसने एक बहन की शादी में भी पैसे से मदद की थी. उसके बाद, अब हमारा कौन ख़याल रखेगा. हमने 1 करोड़ रुपए मुआवज़े की मांग की है’.
1 सिपाही गिरफ्तार, 2 फरार
उन्नाव के अतिरिक्त एसपी शशि शेखर सिंह ने दिप्रिंट को बताया, कि इस सिलसिले में होमगार्ड सत्य प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने कहा, ‘उन्नाव में एक 18 वर्षीय सब्ज़ी विक्रेता की हत्या के आरोपी, तीन पुलिसकर्मियों में से एक को, रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाक़ी दो फरार चल रहे हैं’. उन्होंने आगे कहा, ‘हमने उनकी गिरफ्तारी के लिए, छह टीमें गठित की हैं. हम मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं. ये सही है कि उसकी मौत सर में चोट की वजह से हुई’.
लेकिन एसपी ने इन आरोपों से इनकार किया, कि फैसल को यातना दी गई थी.
सिंह ने कहा, ‘फैसल मंडी में सब्ज़ियां बेच रहा था, जिसे आंशिक लॉकडाउन की वजह से, दोपहर 12 बजे बंद हो जाना चाहिए था’.
‘पुलिस मंडी स्थल को खाली कराना चाह रही थी, जिस दौरान कुछ ज़ुबानी बहस हो गई, जिसके बाद उन्होंने युवक की पिटाई कर दी. लेकिन, थाने के अंदर उसे यातना नहीं दी गई. हमने सीसीटीवी फुटेज से भी इसकी जांच ली है’.
पुलिस ने शुरू में फैसल की मौत का कारण, दिल के दौरे को बताया था, लेकिन उन्नाव पुलिस के एक सूत्र ने पुष्ट किया, कि शनिवार को जारी पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में, मौत का कारण सर में लगी चोट को बताया गया है.
उन्नाव ज़िला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार ने दिप्रिंट से कहा, कि प्रशासन किशोर के परिवार को, मुआवज़ा दिलाने की कोशिश करेगा.
कुमार ने कहा, ‘वो दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण थी. हम मुआवज़े की कोशिश कर रहे हैं, और साथ ही किसी सरकारी स्कीम के तहत, परिवार को एक घर भी दिलाने का प्रयास करेंगे’. उन्होंने ये भी कहा, ‘अभी मैं नहीं कह सकता, कि कितना मुआवज़ा दिया जाएगा, लेकिन बातचीत के बाद हम उनकी मांगें पूरी करने की कोशिश करेंगे. अभियुक्तों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी’.
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