(फाइल फोटो के साथ)
लखनऊ, 12 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विपक्षी दलों तथा मुगल शासक औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले ‘‘लोगों’’ की आलोचना की एवं उनकी मानसिक स्थिति और इरादों पर सवाल उठाया।
यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि केवल मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ही औरंगजेब को आदर्श व्यक्ति मान सकता है।
आदित्यनाथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े साप्ताहिक ‘ऑर्गनाइजर’ द्वारा आयोजित ‘मंथन: कुंभ और उससे आगे’ विषयक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी की औरंगजेब पर टिप्पणी से उपजे विवाद के बीच आई है। आजमी को 26 मार्च तक महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है और कथित तौर पर जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ कई प्राथमिकियां दर्ज की गईं।
आदित्यनाथ ने आज यहां कार्यक्रम में कहा,‘‘जो लोग भारत की सनातन परंपराओं और संस्कृति में विश्वास नहीं करते हैं, उनके खिलाफ साजिश रचते हैं, उन्हें उन लोगों के भाग्य पर भी गौर करना चाहिए जिनका वे महिमामंडन करते हैं। मैं यह पूरी ईमानदारी से कहता हूं- केवल मानसिक रूप से विकृत व्यक्ति ही औरंगजेब को आदर्श व्यक्ति मान सकता है। मैं नहीं मानता कि कोई भी मानसिक रूप से परिपक्व या बुद्धिमान व्यक्ति ऐसे क्रूर शासक की प्रशंसा करेगा।’’
उन्होंने कटाक्ष किया, “अगर कोई पूरी जागरूकता के साथ इस पर विश्वास करता है, तो उसे सबसे पहले अपने बेटे का नाम औरंगजेब रखना चाहिए। और उन्हें औरंगजेब द्वारा अपने पिता शाहजहां के साथ किए गए व्यवहार का सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।”
आदित्यनाथ ने औरंगजेब के बारे में शाहजहां द्वारा खुद लिखे गए लेखों का हवाला देते हुए कहा, “हमें दूसरों से औरंगजेब के बारे में क्यों सुनना चाहिए, जबकि शाहजहां ने खुद अपनी जीवनी में लिखा है कि किसी का बेटा औरंगजेब जैसा दुष्ट नहीं होना चाहिए? उन्होंने अफसोस जताया कि एक हिंदू बेटा भी बेहतर है क्योंकि वह अपने माता-पिता की जीवित रहते हुए सेवा करता है और उनके जाने के बाद उनकी आत्मा को पानी पिलाता है। लेकिन औरंगजेब, तुमने मुझे प्यासा छोड़ दिया।”
उन्होंने याद दिलाया कि औरंगजेब ने शाहजहां को आगरा के किले में कैद कर दिया था और उसे हर 24 घंटे में केवल एक छोटा घड़ा पानी दिया था, जिससे उसकी धीमी और दर्दनाक मौत हो गई।
अपने भाषण के अंत में आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान उन्हें (औरंगजेब को मानने वालों को) भारत के सच्चे नायकों का सम्मान करने और इस भूमि पर क्रूरता करने वालों को अपना आदर्श मानने से रोकने की सद्बुद्धि दे।
योगी का कहना था कि यह एक नया भारत है- एक ऐसा भारत जो अपनी आस्था का सम्मान करता है, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखता है और जानता है कि अपनी परंपराओं को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को कैसे जवाब देना है।
भाषा किशोर जफर
राजकुमार
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