कोलकाता, 20 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता स्थित यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक (प्रथम वर्ष) के एक छात्र की मौत के मामले में एक और पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया गया है, जिसे अदालत ने 24 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। एक अधिकारी ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 13 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
राज्य अभियोजक ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया है।
अलीपुर की अदालत ने अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर आरोपी को 24 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता ने बताया कि अरोपी अन्य लोगों के साथ मिलकर तब पुलिस को पीड़ित से पूछताछ करने से रोका था, जब उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस को छात्रावास में प्रवेश करने से रोकने के लिये दरवाजे को जबरदस्ती बंद कर दिया था।
पुलिस ने शुक्रवार को भी इस मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया था, जबकि इससे पहले विश्वविद्यालय के नौ पूर्व एवं मौजूदा छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका था। ये सभी अब पुलिस हिरासत में हैं।
यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के 17-वर्षीय एक छात्र की नौ अगस्त की रात छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। उसके परिजनों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे।
पुलिस ने छात्रावास में नौ अगस्त को हुई घटना की वास्तविकता का पता लगाने के लिए शुक्रवार को संबंधित दृश्य को दोबारा रूपांतरित किया था।
67 वर्ष पुराने इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय ने स्नातक छात्र की कथित रैगिंग और यौन उत्पीड़न संबंधी कई सवालों को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को एक विस्तृत रिपोर्ट भी भेजी थी।
भाषा रंजन रंजन धीरज
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