चेन्नई, चार सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता नारायणन तिरुपति ने बृहस्पतिवार को एएमएमके नेता टीटीवी दिनाकरन के राजग छोड़ने के फैसले को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि द्रमुक को सत्ता से बेदखल करने के इच्छुक सभी लोकतांत्रिक दल एकजुट होंगे।
उन्होंने दावा किया कि सहयोगी दलों के बीच मतभेद आम हैं, लेकिन इस समय कुछ भी अंतिम नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि चुनाव अभी दूर है।
तिरुपति का ध्यान जब 3 सितंबर को दिनाकरन के राजग से अलग होने के फैसले की ओर दिलाया गया, तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप देखेंगे कि चुनाव के समय तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले राजग में कौन-कौन शामिल हैं। यह कोई गठबंधन का टूटना या अंत नहीं है।’’
भाजपा द्वारा एडप्पादी के पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक के साथ फिर से गठबंधन बनाने और यहां तक कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने के कुछ दिन बाद, भाजपा के सहयोगी पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम गठबंधन से बाहर हो गए। दिनाकरन का गठबंधन छोड़ना भी राजग के लिए एक झटका माना जा रहा है।
अन्नाद्रमुक की सहयोगी प्रेमलता विजयकांत पहले ही कह चुकी हैं कि उनकी पार्टी अगले साल विधानसभा चुनाव के समय गठबंधन पर अपने रुख की घोषणा करेगी।
दिनाकरन द्वारा ‘विश्वासघात’ के आरोप पर तिरुपति ने जवाब दिया, ‘‘उनका आशय भाजपा से नहीं था। इसलिए, मुझे कोई टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि द्रमुक को सत्ता से बेदखल करने की साझा इच्छा से प्रेरित सभी राजनीतिक दल राजग के लिए एकजुट होंगे।’’
तीन सितंबर को नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के शामिल न होने के सवाल पर, तिरुपति ने अन्नामलाई और पार्टी आलाकमान के बीच किसी भी मतभेद से इनकार किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आप एक ऐसी बैठक के बारे में कैसे अटकलें लगा सकते हैं और अपने निष्कर्ष पर कैसे पहुंच सकते हैं जिसमें केवल पार्टी के वरिष्ठ नेता ही शामिल हुए थे? अन्नामलाई ने खुद स्पष्ट कर दिया था (कि वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके)। मेरे पास कहने के लिए और कुछ नहीं है।’’
भाषा वैभव माधव
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